गुजरात में चांदीपुरा वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इस खतरनाक वायरस से अबतक 15 मरीजों की मौत हो चुकी है. वहीं, राज्य के 13 जिलों तक संदिग्ध चांदीपुरा वायरस पहुंच चुका है और चांदीपुरा वायरस के 29 संदिग्ध मामले सामने आए हैं. राज्य का स्वास्थ्य विभाग भी वायरस को लेकर अलर्ट मोड में आ गया है.
चांदीपुरा वायरस के 29 संदिग्ध हैं. जिसमें से 26 गुजरात के और 3 अंतरराज्यीय केस सामने आए हैं. राजस्थान से 2 और मध्य प्रदेश से 1 मामला सामने आया है. चांदीपुरा वायरस के मामले साबरकांठा, अरवल्ली, मेहसाणा, मोरबी, अहमदाबाद, गांधीनगर में सामने आए है. चांदीपुरा वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन काम कर रहा है.
कैसे सामने आया चांदीपुर वायरस
हाल ही में गुजरात में चांदीपुर वायरस के केस समाने आए हैं. हिम्मतनगर के अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञों ने 10 जुलाई को चार बच्चों की मौत का कारण चांदीपुरा वायरस होने का संदेह जताया था. इसके बाद नमूने एनआईवी भेजे थे. बाद में अस्पताल में चार और बच्चों में इसी तरह के लक्षण दिखे, तब स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और जांच का दायरा बढ़ाया गया.
चांदीपुर वायरस के क्या है लक्षण?
चांदीपुरा वायरस से बुखार आता है, जिसके साथ फ्लू और तीव्र एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) जैसे लक्षण होते हैं. चांदीपुरा वायरस में अक्सर अचानक तेज बुखार आना, उसके बाद दौरे पड़ना, दस्त, मस्तिष्क में सूजन, उल्टी का होना शामिल है. यदि बाल रोगियों में उच्च श्रेणी के बुखार, उल्टी, दस्त, सिर दर्द और ऐंठन जैसे प्राथमिक लक्षण दिखाई देते हैं, तो तत्काल एक चिकित्सक को रेफर करें.
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