लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में बृहस्पतिवार को 12 माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. माओवादी सारंडा और कोल्हन के जंगलों में सक्रिय थे जो एशिया का सबसे घना साल वन क्षेत्र है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, “12 माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. वे सारंडा और कोल्हान क्षेत्रों में सक्रिय थे और माओवादी मिसिर बेसरा के समूह से संबंधित थे, जिसके सिर पर एक करोड़ रुपये का इनाम है.”
पश्चिमी सिंहभूम को देश के सबसे ज्यादा वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में से एक माना जाता है. पिछले साल यहां 46 माओवादी घटनाएं हुईं, जिनमें 22 मौतें हुईं.
झारखंड की सिंहभूम लोकसभा सीट के माओवादी गढ़ के कई अंदरूनी इलाकों में 13 मई को पहली बार या दशकों के लंबे अंतराल के बाद मतदान होगा. सारंडा में रहने वाले लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम बनाने के लिए मतदान कर्मियों और सामग्रियों को हेलीकॉप्टरों से पहुंचाया जाएगा.
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