अफगान सिखों-हिन्दुओं समेत 100 से ज़्यादा लोगों को काबुल से किया गया एयरलिफ्ट

अफगानिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों से तीन श्री गुरु ग्रंथ साहिब और प्राचीन 5 वीं शताब्दी के असमाई मंदिर, काबुल से रामायण, महाभारत और भगवद गीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों को भी भारत लाया जा रहा है.

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नई दिल्ली:

काबुल से हिंदू और सिख समुदायों के अफगान नागरिकों सहित लगभग 110 लोगों को एक विशेष विमान से भारत लाया जा रहा है. यह विशेष विमान इनको लेकर शुक्रवार दोपहर तक दिल्ली पहुंचेगा. इनमें करीब 102 अफगान हिन्दू, सिख और करीब 14 भारतीय शामिल हैं. वापसी में यह विमान दिल्ली से करीब 90 अफगान नागरिकों और दवा जैसी कुछ मानवीय जरूरत की चीज लेकर जाएगा.

इंडिया वर्ल्ड फोरम के एक बयान के मुताबिक, वहां फंसे भारतीय नागरिकों और हिंदू और सिख समुदाय के दुखी अफगान नागरिकों को वहां से लाया जा रहा है. अफगानिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों से तीन श्री गुरु ग्रंथ साहिब और प्राचीन 5 वीं शताब्दी के असमाई मंदिर, काबुल से रामायण, महाभारत और भगवद गीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों को भी भारत लाया जा रहा है.

इंडिया वर्ल्ड फोरम ने कहा कि उनके आने के बाद अफगान नागरिकों का सोबती फाउंडेशन द्वारा पुनर्वास किया जाएगा.

बयान में कहा गया है, 'काबुल के शोर बाजार में स्थित गुरुद्वारा गुरु हर राय में आतंकवादी हमले के दौरान मारे गए स्थानीय सुरक्षा गार्ड महरम अली के परिवार को भी एयरलिफ्ट किया जा रहा है और उनका भी सोबती फाउंडेशन द्वारा पुनर्वास किया जाएगा.'

काबुल में तालिबान लड़ाकों के कब्जे के बाद से भारत ने अफगानिस्तान से 565 फंसे हुए लोगों को निकाला है. यह जानकारी सरकार ने पिछले सप्ताह लोकसभा में दी थी. कांग्रेस सांसद हिबी ईडन के एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि विदेश मंत्रालय के अधिकारी वहां फंसे भारतीयों के संपर्क में हैं. हालांकि, बयान में यह विस्तार से नहीं बताया गया कि क्या एयरलिफ्ट किए गए व्यक्तियों में कुछ अफगान नागरिक भी शामिल हैं.

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