दिल्ली नगर निगम (MCD Mayor Election) के मेयर चुनाव से पहले 10 ‘एल्डरमैन' मनोनीत किए गए हैं. ‘एल्डरमैन' उन लोगों को कहा जाता है जो अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं. हालांकि, मेयर चुनाव में उनके पास मतदान का अधिकार नहीं होता है. 4 दिसंबर के निकाय चुनावों के बाद शुक्रवार को पहली बार निगम सदन बुलाया जाएगी. इसी दिन सभी नवनिर्वाचित पार्षद शपथ लेंगे. फिर मेयर और डिप्टी मेयर चुने जाएंगे. हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली नगर निगम के लिए मनोनीत 10 पार्षदों में से 2 के नाम बदल दिए हैं. अब महेश तोमर की जगह सुनीत चौहान और कमलजीत सिंह की जगह मनोज कुमार जैन को मनोनीत किया गया है.
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी करके कहा कि उपराज्यपाल वी के सक्सेना द्वारा 10 सदस्यों को नामित किया गया है. अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘दिल्ली नगर निगम अधिनियम, 1957 (1957 की 66) की धारा 3 की उप-धारा (3) के खंड (बी) के उप-खंड (आई) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल 2022-2027 की अवधि के लिए दिल्ली नगर निगम में प्रतिनिधित्व करने के लिए निम्नलिखित व्यक्तियों को मनोनीत करते हैं.''
आप ने लगाए आरोप
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि शुक्रवार को होने वाले मेयर पद के चुनाव से पहले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए मनोनीत किये गए 10 ‘एल्डरमैन' भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता हैं. एमसीडी ने उनके नाम दिल्ली सरकार को दरकिनार करते हुए सीधे उपराज्यपाल को भेज दिए. आप विधायक आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिस तरह उपराज्यपाल को नाम भेजे गए, उसमें दिल्ली सरकार को दरकिनार किया गया. उन्होंने कहा कि उचित प्रक्रिया यह है कि सरकार उपराज्यपाल को नाम भेजती है.
पहली बार एकीकृत नगर निगम अस्तित्व में आएगा
2012 के बाद पहली बार एकीकृत नगर निगम अस्तित्व में आएगा. 1958 में अस्तित्व में आये पूर्ववर्ती एकीकृत दिल्ली नगर निगम को 2012 में तीन भागों में बांट दिया गया था. हालांकि, पिछले मई में इसे पुन: एकीकृत कर दिया गया. एक नया परिसीमन किया गया था, जिसके बाद दिसंबर में चुनाव हुए थे.
आप को चुनाव में 134 सीटों पर मिली थी जीत
इस चुनाव में आप ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 साल के शासन का अंत हो गया. दिसंबर में हुए चुनाव में 250 सदस्यीय सदन में बीजेपी ने 104 वार्डों में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 9 सीटें जीतीं.
10 नियुक्त पार्षद
1. विनोद कुमार
2. लक्ष्मण आर्य
3. मुकेश मान
4. सुनीत चौहान
5. राजकुमार भाटिया
6. मोहन गोयल
7. संजय त्यागी
8. राजपाल राणा
9. मनोज कुमार जैन
10. रोहताश कुमार
(भाषा इनपुट के साथ)
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