कोरोना की दूसरी लहर में देश के ज्यादातर अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते केंद्र सरकार 'अलर्ट मोड' में आ गई है. केंद्र ने PM CARES fund से एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स (Portable Oxygen Concentrators) खरीदने का फैसला किया है. इसी के साथ डीआरडीओ की तकनीक पर आधारित, 500 और पीएएस ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी दी गई है. इससे जिला मुख्यालयों और Tier-2 शहरों तक ऑक्सीजन की 'बेहतर पहुंच' सुनिश्चित की जा सकेगी. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान में कहा कि ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स और पीएसए प्लांट से मांग वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की आपूर्ति तेज होगी.
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यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया. बैठक में कोविड-19 प्रबंधन के लिए तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर करने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की गई. पीएम ने निर्देश दिया कि इन ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स को जल्द से जल्द खरीदा जाए और जिन राज्यों में कोविड-19 के मामले सबसे अधिक हैं उन्हें इनकी आपूर्ति की जाए. इससे पहले सरकार पीएम केयर्स फंड से ऐसे ही 713 पीएसए संयंत्रों की स्थापना को मंजूरी दे चुकी है.
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गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ी है. 27 मार्च 2020 को कोविड-19 महामारी जैसी किसी भी तरह की आपातकालीन या संकट की स्थिति से निपटने के प्राथमिक उद्देश्य से एक समर्पित राष्ट्रीय निधि की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए और उससे प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए ‘आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड)' के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया गया था. (भाषा से भी इनपुट)