वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार और कोरोना से जारी संघर्ष के बीच सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज ने आज एक सुनवाई के दौरान ईश्वर से प्रार्थना की. एक जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि भगवान से प्रार्थना करेंगे कि जल्द से जल्द सभी का टीकाकरण हो जाए ताकि सुप्रीम कोर्ट में पहले की तरह एक बार फिर से फिजिकल हियरिंग हो सके. याचिकाकर्ता की टिप्पणी पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं प्रार्थना करुंगा कि जब अगली बार इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो तो फिजिकल हियरिंग हो रही हो. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2020 से ही सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअल माध्यम से सुनवाई हो रही है.
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सुनवाई के दौरान जस्टिस एमआर शाह के साथ बैठे जस्टिस चंद्रचूड़ ने एकाएक कहा कि भगवान से प्रार्थना करें कि जल्द से जल्द सभी का टीकाकरण हो और उसके बाद ही हमारी फिजिकल सुनवाई होगी. एक अन्य मामले में जस्टिस चंद्रचूड़ कोविड संक्रमण के दौरान अपने आइसोलेशन के अनुभवों को साझा किया था. इस सुनवाई के दौरान जब मास्क और टीके की चर्चा शुरू हुई तो वहां अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, वकील सिद्धार्थ दवे और सिद्धार्थ लूथरा मौजूद थे. उन्होंने बताया कि वह 18 दिनों तक आइसोलेशन में रहे थे. वह और उनकी पत्नी दोनों ही कोविड संक्रमित पाए गए थे. जस्टिस चंद्रचूड़ ने बताया कि अपना समय बिताने के लिए वह किताबों का सहारा लिया करते थे.
इसी दौरान जस्टिस एमआर शाह ने याद दिलाया कि लापरवाही न करें, हमेशा दो मास्कों का इस्तेमाल करें. जस्टिस चंद्रचूड़ उन जजों में शामिल रहे जिन्होंने कोविड वैक्सीनेशन पॉलिसी को लेकर सरकार से सख्त सवाल किए थे. साथ ही इसमें खासी गलतियां भी निकाली थीं. सरकार ने कोर्ट में बताया कि साल 2021 के आखिरी तक पूरे देश को टीका लगाए जाने की उम्मीद है.