पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र को मिलेग नई उड़ान : स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि माइक्रोन टेक्नोलॉजी इंक और भारत सरकार के बीच संयुक्त निवेश का मूल्य 2.7 बिलियन डॉलर है.

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2023 के अंत तक इंसान को चंद्रमा तक पहुंचने का काम पूरा किया जाएगा : स्मृति ईरानी
नई दिल्‍ली:

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा के परिणामस्वरूप रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज सहयोग के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विकास होना संभव हो पाया है. उन्‍होंने कहा कि भारत और अमेरिका ने अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र में कई सौदे किए. सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और इनोवेशन पार्टनरशिप पर समझौता ज्ञापन न केवल अनुसंधान को बढ़ावा देगा, बल्कि व्यापार के अवसर भी. 

स्‍मृति ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच हस्ताक्षरित विभिन्न समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का विवरण देते हुए, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला और नवाचार साझेदारी पर एमओयू न केवल अनुसंधान बल्कि वाणिज्यिक अवसरों को भी बढ़ावा देगा. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "माइक्रोन टेक्नोलॉजी इंक भारत सरकार के सहयोग से भारत में एक नई सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधा बनाने के लिए 825 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी."

केंद्रीय मंत्री ईरानी ने बताया कि माइक्रोन टेक्नोलॉजी इंक और भारत सरकार के बीच संयुक्त निवेश का मूल्य 2.7 बिलियन डॉलर है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री की संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा के परिणामस्वरूप रक्षा, रणनीतिक प्रौद्योगिकी के संबंध में सहयोग, नवीकरणीय ऊर्जा में साझेदारी और महत्वपूर्ण खनिज सहयोग के क्षेत्र में समझौते हुए हैं." उन्होंने नासा इसरो परियोजना के बारे में बताया, "नासा और इसरो 2023 के अंत तक मानव अंतरिक्ष उड़ान सहयोग के लिए एक रणनीतिक ढांचा विकसित करेंगे. एक संयुक्त भारत-अमेरिका क्वांटम समन्वय तंत्र उद्योग, शिक्षा और सरकार के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाने में भी मदद करेगा. 2024 तक मानव अंतरिक्ष यान भेजना है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने खिलाफ मोर्चा बनाने के विपक्षी दलों के प्रयासों की शुक्रवार को आलोचना की और कहा कि कांग्रेस दूसरे दलों का समर्थन इसलिए मांग रही है, क्योंकि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘अकेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हराने में असमर्थ' है. अगले साल होने वाले आम चुनावों के लिए भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने का खाका तैयार करने के लिए विपक्षी दलों के शीर्ष नेता शुक्रवार को पटना में बैठक कर रहे हैं. बैठक की मेजबानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने की.

भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां भाजपा मुख्यालय में जनता दल (यूनाइटेड) और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ‘विडंबना' है कि आपातकाल के दौरान ‘लोकतंत्र की हत्या' के गवाह रहे कुछ नेता पटना में कांग्रेस की छत्रछाया में एकत्र हुए हैं. ईरानी ने दावा किया कि विपक्षी दलों की बैठक का संदेश है कि वे अपने दम पर पीएम मोदी का मुकाबला करने में असमर्थ हैं.

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "मैं विशेष रूप से कांग्रेस का आभार व्यक्त करना चाहती हूं, जिसने सार्वजनिक तौर पर घोषित कर दिया है कि वह अकेले मोदी को हराने में नाकाम है. इसलिए उसे सहारे की जरूरत है. दरअसल, सत्ता महलों से निकलकर लोगों के पास चली गई है. यही कारण है कि जो लोग अपनी राजनीतिक विरासत पर घमंड करते हैं, उन्हें अब उन लोगों के पास जाना पड़ रहा है, जिनको उन्होंने आपातकाल के दौरान सलाखों के पीछे डाल दिया था."

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए समृति ईरानी ने राज्य के भागलपुर जिले में गंगा नदी पर हाल ही में पुल ढहने की घटना का जिक्र किया और पूछा, "जो लोग एक पुल नहीं बना पाए, वे लोकतांत्रिक पुल क्या खाक बनाएंगे?" ईरानी ने कहा  कि  जनता उन लोगों के बारे में सतर्क हो रही है, जो विकास के मुद्दों पर एक साथ नहीं आ सके, लेकिन अब ब्लैकमेल का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं."

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