Hockey World Cup 2023: स्पेन पर दबदबे भरी जीत से अपना अभियान शुरू करने वाली भारतीय टीम (Indian Hockey Team) के सामने रविवार को राउरकेला में FIH पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप के दूसरे पूल मैच (India vs England) में इंग्लैंड की चुनौती होगी और वह इस कड़ी परीक्षा में खरा उतरने के लिए आत्मविश्वास से भरी होगी.
भारत ने नए बिरसा मुंडा स्टेडियम में पूल डी के शुरूआती मैच (India vs Spain) में शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए स्पेन को 2-0 से हरा दिया लेकिन इंग्लैंड की टीम भी उतनी ही चुनौतीपूर्ण होगी.
पहले दो क्वार्टर में भारत ने शानदार आक्रामक हॉकी खेली और स्थानीय खिलाड़ी अमित रोहिदास (Amit Rohidas) के पेनल्टी कॉर्नर में किए गोल से बढ़त बनाई और फिर हार्दिक सिंह (Hardik Singh) की बदौलत इसे दोगुना किया.
कप्तान हरमनप्रीत सिंह (Harmanpreet Singh) और उप कप्तान रोहिदास ने फिर बेहतरीन रक्षात्मक खेल दिखाया जिससे मुख्य कोच ग्राहम रीड काफी प्रभावित दिखे.
हरमनप्रीत एंड कंपनी इंग्लैंड के खिलाफ एक और मजबूत रक्षात्मक प्रदर्शन करना चाहेगी. इंग्लैंड ने वेल्स के खिलाफ जीत में सभी चार क्वार्टर में गोल किए हैं.
रीड ने कहा, “पहला मैच जीतना अच्छा है. लेकिन डिफेंसिव प्रयास देखना सुखद था और हमने गेंद पर कब्जा बनाए रखा. बमुश्किल से कुछेक ही लोग थे जो अच्छा नहीं खेले. आपको विश्व कप में जीतने के लिये इसी चीज की जरूरत होती है. हम इसे अगले मैच में भी जारी रखेंगे.”
अनुभवी पीआर श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक भी भारतीय गोल के आगे बेहतरीन थे लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर ओलिवर पेने ने भी वेल्स के खिलाफ काफी प्रयासों को विफल किया, विशेषकर अंतिम क्वार्टर में.
भारतीयों की एकमात्र कमजोरी पेनल्टी कॉर्नर थी क्योंकि स्पेन के खिलाफ पांच में से वे किसी एक को भी सीधे गोल में तब्दील नहीं कर सके.
हालांकि हाल के वर्षों में लगभग प्रत्येक टूर्नामेंट में टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और टॉप स्कोरर रहे हरमनप्रीत (Harmanpreet Singh) पेनल्टी स्ट्रोक चूकने के अलावा पेनल्टी कॉर्नर से भी गेंद को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा सके. उन्होंने इसे स्वीकार किया और वह इंग्लैंड के खिलाफ इस प्रदर्शन की भरपाई करना चाहेंगे.
इंग्लैंड के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाना भारत को भारी पड़ सकता है.
भारतीय खिलाड़ियों को साथ ही सतर्क रहना होगा कि उन्हें रैफरी कोई कार्ड नहीं दिखा दे क्योंकि उन्हें स्पेन के खिलाफ अंतिम क्वार्टर में अभिषेक के बिना ही खेलना पड़ा था जिन्हें फाउल के लिए पीला कार्ड दिखाया गया था.
इंग्लैंड के खिलाफ (India vs England) जीत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे भारत क्वार्टर फाइनल के एक कदम करीब पहुंच जाएगा. मेजबान टीम अपने पूल में शीर्ष पर रहना चाहेगी और ग्रुप की निचली रैंकिंग की टीम वेल्स के खिलाफ निश्चित रूप से दबदबा बनाए रखेगी.
इंग्लैंड वर्ल्ड रैंकिंग में भारत से एक स्थान ऊपर पांचवें स्थान पर है लेकिन दोनों टीमों के बीच प्रदर्शन में बीते सालों में ज्यादा अंतर नहीं रहा है.
पिछले साल दोनों टीमों ने एक दूसरे के खिलाफ तीन मैच खेले थे. राष्ट्रमंडल खेलों में दोनों के बीच मैच 4-4 से ड्रॉ रहा था. FIH प्रो लीग के पहले चरण में मैच 3-3 से ड्रॉ रहा और इसके बाद दूसरे मैच में भारत ने 4-3 से जीत दर्ज की.
राष्ट्रमंडल खेल 2002 में 11 गोल से टॉप स्कोरर रहे निक बांडुराक ने वेल्स के खिलाफ गोल किया और बर्मिंघम में शानदार प्रदर्शन करने वाले फिल रोपर भी शानदार रहे. इंग्लैंड ने तीन मैदानी गोल किए जिसमें से तीसरा निकोस पार्क ने दागा. लियाम एंसेल ने पेनल्टी कॉर्नर से दो गोल किए.
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 10 मैच जीते हैं जबकि इंग्लैंड की टीम सात मुकाबले ही जीत पाई है और चार मुकाबले ड्रॉ रहे हैं.
स्पेन रविवार को पूल डी के एक अन्य मैच में वेल्स से भिड़ेगा.
* Hockey World Cup: भारत ने अपने पहले मैच में स्पेन को 2-0 से हराकर की विजयी शुरुआत