20 साल पहले ही अल्जाइमर का अनुमान लगा सकती है आपकी बढ़ी हुई पेट की चर्बी : स्टडी

रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (आरएसएनए) की चल रही वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किए गए शोध से पता चला है कि आंत की चर्बी मनोभ्रंश के शुरुआती लक्षण दिखने से 20 साल पहले तक अल्जाइमर के जोखिम का अनुमान लगा सकती है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
आंत की चर्बी के अलावा अन्य प्रकार की चर्बी मोटापे से संबंधित अल्जाइमर रोग के बारे में नहीं बताती है.

एक शोध में छिपी हुई पेट की चर्बी (जिसे विसरल फैट कहा जाता है) और ब्रेन में असामान्य प्रोटीन के बीच एक संबंध पाया गया है, जो अल्जाइमर रोग के लक्षण हैं. आंत की चर्बी (Visceral Fat) आंतरिक अंगों जैसे कि लिवर, हार्ट, किडनी और आंतों के मेसेंट्री के चारों ओर फैट के जमाव से है. त्वचा के नीचे स्थित सबक्यूटेनियस फैट के विपरीत, विसरल फैट मेटाबॉलिज्म रूप से सक्रिय होता है और हेल्थ रिस्क पैदा करता है. रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (आरएसएनए) की चल रही वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किए गए शोध से पता चला है कि आंत की चर्बी मनोभ्रंश के शुरुआती लक्षण दिखने से 20 साल पहले तक अल्जाइमर के जोखिम का अनुमान लगा सकती है.

यह भी पढ़ें: सरसों का तेल और लहसुन का इस तरह इस्तेमाल कर कान की गंदगी अपने आप निकल आएगी बाहर, मिनटों में साफ हो जाएगा कान

किन लोगों पर किया गया अध्ययन?

अध्ययन में 80 संज्ञानात्मक रूप से सामान्य मध्यम आयु वर्ग के व्यक्ति (औसत आयु: 49.4 साल) शामिल थे, जिनमें से लगभग 57.5 प्रतिशत मोटे थे, और प्रतिभागियों का औसत बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 32.31 था. सेंट लुईस मिसौरी में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने अल्जाइमर रोग में एमिलॉइड और टाऊ जमाव के साथ बीएमआई, विसरल फैट, सबक्यूटेनियस फैट, लिवर फैट फ्रैक्शन, जांघ की चर्बी और मांसपेशियों के साथ-साथ इंसुलिन रेजिस्टेंस और एचडीएल (गुड कोलेस्ट्रॉल) के संबंध का अध्ययन किया.

Advertisement

शोधकर्ताओं ने क्या कहा?

आंत का फैट का हाई एमिलॉइड से संबंधित था, जो एमिलॉइड संचय पर हाई बीएमआई के प्रभाव का 77 प्रतिशत था. टीम ने कहा कि अन्य प्रकार की चर्बी मोटापे से संबंधित अल्जाइमर रोग के बारे में नहीं बताती है.

Advertisement

सेंट लुइस, मिसौरी में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में मैलिनक्रोड्ट इंस्टीट्यूट ऑफ रेडियोलॉजी (एमआईआर) में पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च एसोसिएट और प्रमुख अध्ययन लेखक महसा दौलतशाही ने कहा, "हमारे अध्ययन से पता चला है कि आंत का फैट अल्जाइमर रोग के दो हॉलमार्क पैथोलॉजिकल प्रोटीन एमिलॉइड और टौ के हाई पीईटी लेवलों से जुड़ा था."

Advertisement

यह भी पढ़ें: एक महीने तक रोज कद्दू के बीज खाने से क्या होता है? चमत्कारिक फायदे जान आप भी आज से ही करने लगेंगे सेवन

Advertisement

पेट की चर्बी कम करने में अल्जाइमर का रिस्क होगा कम:

अध्ययन ने यह भी दिखाया कि हाई इंसुलिन रेजिस्टेंस और लो एचडीएल ब्रेन में हाई एमिलॉइड से जुड़े थे. हाई एचडीएल वाले लोगों में एमिलॉइड पैथोलॉजी पर आंत की चर्बी के प्रभाव आंशिक रूप से कम हो गए थे. टीम ने पेट की चर्बी कम करने और अल्जाइमर रोग के विकास को कम करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करने को कहा.

डॉ. दौलतशाही ने कहा, "यह अध्ययन एमआरआई के साथ शरीर के फैट को ज्यादा सटीक रूप से चिह्नित करने के लिए बीएमआई का उपयोग करने से आगे जाता है और ऐसा करने से इस बारे में बड़ी जानकारी मिलती है कि मोटापा अल्जाइमर रोग के जोखिम को कैसे बढ़ा सकता है."

Yoga For Concentration: बच्चों की एकाग्रता बढ़ाने वाले 5 बेहतरीन योग | Watch Video

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Morena Murder Case: मां ने बनाए अवैध संबंध, बेटे को पता चला तो प्रेमी के साथ मिल कर डाली हत्या