World Rabies Day 2023: दुनिया की सबसे घातक संक्रामक बीमारी के बारे में जागरूकता लाने के लिए हर साल 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है. रेबीज एक घातक वायरल संक्रमण है जो आवारा कुत्तों, कोयोट, लोमड़ी, चमगादड़ जैसे संक्रमित जानवरों के काटने से फैलता है. रेबीज से बचाव के लिए संभावित जोखिम के तुरंत बाद टीकाकरण कराना बहुत जरूरी है क्योंकि एक बार जब लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं, तो ये घातक हो जाता है और ज्यादातर मामलों में मृत्यु हो जाती है. लक्षण बुखार और सिरदर्द से शुरू होते हैं और मतिभ्रम, पानी से डर, पैरालिसिस और कोमा तक बढ़ते हैं. जंगली जानवरों या पालतू जानवरों जैसे कुत्ते या बिल्ली को छूते या खिलाते समय बहुत सावधान रहना चाहिए. अपने पालतू जानवर को संक्रमण से बचाने के लिए और बदले में खुद को बचाने के लिए उसका टीकाकरण करना बहुत जरूरी है.
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रेबीज के लक्षण (symptoms of rabies)
- बुखार, सिरदर्द
- घाव
- भ्रम, मतिभ्रम
- हाइड्रोफोबिया
- पानी का डर
- पैरालिसिस और कोमा
रेबीज की लास्ट स्टेज में क्या होता है?
लास्ट स्टेज में जाने पर पीड़ित कोमा में पड़ सकते हैं और रेस्पिरेटरी फेलियर का शिकार हो सकते हैं. संभावित जोखिम के बाद तत्काल टीकाकरण सहित निवारक उपाय, रेबीज से लड़ने और जीवन बचाने का सबसे प्रभावी उपाय हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)