World Population Day 2025: आज दुनियाभर में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य जनसंख्या मुद्दों और समाज पर उनके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने का है. बता दें, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया की जनसंख्या आने वाले समय में तेजी से बढ़ने का अनुमान है.
रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2050 तक जनसंख्या अनुमानित 9.7 बिलियन तक पहुंच सकती है और साल 2080 के दशक के मध्य में जनसंख्या संभावित रूप से लगभग 10.4 बिलियन तक पहुंच सकती है. आइए ऐसे में जानते हैं किस देश की जनसंख्या सबसे ज्यादा है और विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत कब से की गई थी.
कब हुई थी विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत? | When did the celebration of World Population Day begin
विश्व जनसंख्या दिवस का पहला आधिकारिक उत्सव 11 जुलाई, 1990 को 90 से अधिक देशों में मनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने दिसंबर 1990 में औपचारिक रूप से 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का निर्णय लिया था, जिसके बाद तब से लेकर अब तक इसी तारीख को दुनिया भर में
विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है.
बता दें, इस दिन की स्थापना 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की शासी परिषद द्वारा की गई थी, जो 11 जुलाई, 1987 को मनाए गए "पांच अरब के दिन" से प्रेरित थी, जब दुनिया की आबादी पांच अरब तक पहुंच गई थी. इस दिन का लक्ष्य वैश्विक जनसंख्या मुद्दों और विकास और पर्यावरण पर उनके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
किस देश की जनसंख्या सबसे ज्यादा है | Which country has the largest population
भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है. साल 2025 तक भारत की जनसंख्या 1.46 बिलियन से ज्यादा होने का अनुमान है, जो चीन की 1.41 बिलियन से ज्यादा है. यह भारत को दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बनाता है.
विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास | History of World Population Day
विश्व जनसंख्या दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी और इसे पहली बार 1989 में मनाया गया था. यह विचार 11 जुलाई 1987 को विश्व की जनसंख्या के पांच अरब तक पहुंचने से प्रेरित था, जिससे विश्व बैंक के वरिष्ठ जन सांख्यिकीविद् डॉ. के.सी. जकारिया (Dr. KC Zachariah) ने इस अवसर को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था.
विश्व जनसंख्या दिवस का महत्व | Significance Of World Population Day
विश्व जनसंख्या दिवस का महत्व सामाजिक-आर्थिक विकास, पर्यावरणीय स्थिरता और व्यक्तिगत कल्याण पर जनसंख्या गतिशीलता के प्रभाव के बारे में चर्चा को बढ़ावा देने और जागरूकता बढ़ाने का है. ताकि बढ़ती जनसंख्या के अनुसार, हर देश अपने संसाधनों का सही प्रकार से उपयोग करें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)