World Head Injury Awareness Day 2024: आज वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे है. किसी दुर्घटना या किसी भी कारण से सिर या मस्तिष्क पर लगने वाली चोट कभी-कभी बहुत गंभीर हो सकती है, इसलिए चाहे चोट गंभीर हो या सामान्य, इसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. हर साल 20 मार्च को दुनिया भर में "वर्ल्ड हेड इंजरी अवेयरनेस डे" मनाया जाता है ताकि सिर या मस्तिष्क की चोट से होने वाले गंभीर खतरों, पीड़ित के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव और सावधानियों के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाई जा सके.
दुनिया भर के डॉक्टरों का कहना है कि खेल या अन्य फिजिकल एक्टिविटीज के कारण सड़क पर या अन्य दुर्घटनाओं में सिर में चोट लगना पीड़ित के लिए घातक हो सकता है. उन्हें सिर में चोट लगने के कारण दिव्यांगता या मृत्यु का सामना करना पड़ सकता है. सिर या मस्तिष्क में किसी भी प्रकार की चोट को हेड इंजरी कहा जाता है. सिर की चोटें मामूली खरोंच से लेकर फ्रैक्चर, मस्तिष्क के कुछ हिस्सों को नुकसान या चोट के कारण ब्लीडिंग या सिर के अंदर सूजन तक हो सकती हैं.
कुछ सावधानी से हेड इंजरी को रोका जा सकता है. भारत में हर मिनट 3 लोगों की मौत हेड इंजरी से होती है. साथ ही बंजी जंपिंग करने वालों को जंपिंग के वक्त कोई छोट नहीं लगती, लेकर इस एक्टिविटी के 24 से 48 घंटे बाद हेड इंजरी का पता चलता है. आखिर बिना चोट लगे कैसे हो जाती है इंजरी और क्या सावधानी बरतें कि हेड इंजरी से बचा जा सके? वहीं हेड इंजरी की शिकायत लिए 70 प्रतिशत बच्चे वैसे होते हैं जो बालकनी से गिरने की वजह से हेड इंजरी के शिकार हो जाते हैं. हेड इंजरी के तमाम पहलुओं पर संवाददाता परिमल कुमार ने बात की एम्स के न्यूरो सर्जन डॉक्टर दीपक गुप्ता और राम मनोहर लोहिया के न्यूरो सर्जन डॉक्टर शरद पांडे से.
डॉक्टर दीपक ने कहा कि, "आज से न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया ने हेड इंजरी को रोकने के लिए एक मुहिम शुरू की है जिसका नाम है सही शुरूआत. सही शुरूआत का अर्थ है सीट बेल्ट, हेलमेट, एयर बैग्स और कुछ अच्छे एटिकेट्स हैं, सभी लोग इसकी प्रैक्टिस करें."
भारत में हेड इंजरी की कंडीशन:
डॉक्टर दीपक ने बताया कि "भारत में हर 3 मिनट में एक व्यक्ति की मौत सिर की चोट की वजह से होती है और करीब डेड लाख लोगों की मौत हर साल इसी वजह से होती है. ये आंकड़े लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं."
क्या हेड इंजरी का बचाव संभव है?
डॉक्टर दीपक ने कहा, कि हेड इंजरी का 100 प्रतिशत बचाव संभव है. छोटी- छोटी बातों और सावधानियों को ध्यान में रखकर हेड इंजरी के मामलों में कमी लाई जा सकती है.
हेड इंजरी से बचने के तरीके | How to avoid head injury
- शराब पीकर ड्राइव न करें.
- हेलमेट पहनें.
- जिन लोगों को कम दिखाई देता है वे अंधेरे में गाड़ी न चलाएं.
- सीट बेल्ट लगाएं.
- बालकनी में बच्चों को अकेला न छोड़ें.
बंजी जंपिंग से होने वाली हेड इंजरी कितनी घातक:
डॉक्टर शरद पांडे बताते हैं कि, "इस एडवेंचर को कम से कम करें. सावधानी बरतकर करें. ये हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है. इसमें ब्रेन इंजरी होने का खतरा रहता है और इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलते हैं. इसमें सेकिंग इंजरी होने के चांस सबसे ज्यादा रहते हैं.
बंजी जंपिंग के बाद कितने घंटे बाद नजर आते हैं हेड इंजरी के लक्षण?
डॉक्टर शरद पांडे का कहना है कि, कई बार बंजी जंपिंग करने के बाद आपको लगेगा कि हमें कोई चोट नहीं लगी है, लेकिन हेड इंजरी होती है. इसके लक्षण आपको 24 से 48 घंटे में दिखाई दे सकते हैं.
(न्यूरो सर्जन डॉक्टर दीपक गुप्ता एम्स और न्यूरो सर्जन डॉक्टर शरद पांडे राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल)
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)