World Brain Day 2025: दिनभर की भागदौड़, चिंता, स्ट्रेस और वर्कलोड न केवल शरीर, बल्कि दिमाग भी थका देता है. 22 जुलाई को वर्ल्ड ब्रेन डे मनाया जाता है. यह दिन हमें ब्रेन हेल्थ के महत्व को समझाने और इसे मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है. ब्रेन हमारी डेली किए जाने वाले कामों, सोच, मेमोरी और इमोशनल वेलबीइंग के लिए जरूरी है. योगासन ब्रेन की कार्यक्षमता को बढ़ाने में खासतौर से प्रभावी हैं. भारत सरकार का आयुष मंत्रालय वर्ल्ड ब्रेन डे के अवसर पर ब्रेन के महत्व को समझने की सलाह देता है. मंत्रालय के अनुसार, "लाइफ की हर स्टेज में अपनी मेंटल हेल्थ के महत्व पर विचार करें. ब्रेन न केवल हमारे खाने-पीने और सोने से लेकर स्ट्रेस मैनेजमेंट तक बल्कि मेंटल क्लैरिटी, मेमोरी और इमोशनल हेल्थ पर भी गहरा प्रभाव डालता है."
ब्रेन पावर बढ़ाने के लिए योग (Yoga To Increase Brain Power)
ऐसे में ब्रेन को मजबूत बनाने के लिए योग पद्धति में कई आसान से आसन हैं, जिनके प्रतिदिन अभ्यास से दिमाग तेज होता है और कई मानसिक समस्याओं से राहत भी मिलती है. हेल्दी ब्रेन के लिए बैलेंस डाइट और नींद बेहद जरूरी है. योगासन ब्रेन फंक्शनिंग को बढ़ाने में खासतौर से प्रभावी हैं. आयुष मंत्रालय ने ब्रेन पावर को बढ़ाने के लिए कुछ खास योगासनों की सलाह दी है, इनमें पश्चिमोत्तानासन, हलासन, सर्वांगासन, सेतु बंधासन के साथ ही भ्रामरी भी शामिल है.
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पश्चिमोत्तानासन में बैठकर पैरों की ओर झुकते हैं, जिससे रीढ़ और ब्रेन को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है. यह तनाव और चिंता को कम करता है, साथ ही मेंटल क्लियरिटी को बढ़ाता है. इसे 1-2 मिनट तक करना चाहिए.
सेतु बंधासन के लिए पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़कर कूल्हों को ऊपर उठाया जाता है. यह ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और थकान दूर करता है. इसे 30 सेकंड से 1 मिनट तक करना चाहिए. सेतु बंधासन के बाद सर्वांगासन का नंबर आता है, कंधों के बल शरीर को ऊपर उठाने वाला यह आसन ब्रेन में ब्लड फ्लो बढ़ाता है, जिससे मेमोरी और एकाग्रता में सुधार होता है. इसे 1-2 मिनट तक करें, लेकिन सावधानी के साथ करना चाहिए.
हलासन में पैरों को सिर के पीछे ले जाना होता है. यह नर्व्स सिस्टम को मजबूत करता है और मानसिक तनाव कम करता है. इसे 30 सेकंड से शुरू करना चाहिए. योगासन के साथ ही प्राणायाम भी हैं, जिसमें भ्रामरी भी हैं, यह ब्रेन को शांत करता है और तनाव कम करता है. इसमें गहरी सांस लेकर हल्की आवाज निकाली जाती है. यह ध्यान और एकाग्रता बढ़ाता है। इसे 5-10 मिनट तक करना चाहिए.
ब्रेन के लिए ये योग बेहद फायदेमंद होते हैं. इससे ब्रेन को ऑक्सीजन और पोषण मिलता है, जिससे भ्रम की स्थिति नहीं रहती, स्मृति और भावनात्मक स्थिरता बढ़ती है. नियमित अभ्यास से तनाव, चिंता और अवसाद कम होता है. आयुष मंत्रालय का कहना है कि योग के साथ बैलेंस डाइट और अच्छी नींद ब्रेन को हेल्दी रखने में मदद करती है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)