अचानक सर्दियों में बढ़ जाती है दिल की धड़कन? जानें क्या है विंटर एंग्जायटी और इससे कैसे बचें

Winter Anxiety: सर्दियों में आपने महसूस किया होगा कि दिल की धड़कन बढ़ जाती है. आखिर, हार्ट बीट बढ़ने के कारण क्या हैं और आपको इससे कैसे राहत पा सकते हैं. आइए जानते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Winter Anxiety: असल में इस स्थिति को विंटर एंग्जायटी या कोल्ड-इंड्यूस्ड पैनिक कहा जाता है.

How to Manage Stress Naturally: सर्दियों का मौसम कई लोगों के लिए सुकून भरा होता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह मौसम परेशानी भी लेकर आता है. ठंडी हवा, गिरता तापमान और धूप की कमी शरीर और मन दोनों पर असर डालती है. कई बार ऐसा होता है कि बिना किसी भारी काम या डर के अचानक दिल की धड़कन तेज हो जाती है, हाथ-पैर ठंडे पड़ जाते हैं, शरीर कांपने लगता है और अजीब सी घबराहट महसूस होती है. ऐसे में समझ नहीं आता कि यह ठंड का असर है, दिल की समस्या है या कोई और परेशानी.

असल में इस स्थिति को विंटर एंग्जायटी या कोल्ड-इंड्यूस्ड पैनिक कहा जाता है. यह कोई अलग बीमारी नहीं है, बल्कि सर्दियों में शरीर और दिमाग की प्रतिक्रिया है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं.

ये भी पढ़ें: छत पर रखी पानी की टंकी में डालें इस देसी लकड़ी का टुकड़ा, पानी रहेगा महीनों तक फ्रेश, बदबू, काई सब गायब

क्या है विंटर एंग्जायटी? | What is Winter Anxiety?

जब सर्दी के कारण शरीर का तापमान अचानक गिरता है और सामान्य लेवल से नीचे चला जाता है, तो शरीर खुद को गर्म रखने के लिए तेजी से प्रतिक्रिया करता है. इस दौरान मांसपेशियां सिकुड़ती-फैलती हैं, ब्लड वेसल्स संकरी हो जाती हैं और दिल तेजी से धड़कने लगता है. इसी प्रक्रिया के साथ घबराहट, पसीना, कंपकंपी और बेचैनी महसूस हो सकती है.

सर्दियों में क्यों बढ़ती है एंग्जायटी? | Why does anxiety Increase in Winter?

विंटर एंग्जायटी के पीछे केवल ठंड ही नहीं, बल्कि मानसिक कारण भी होते हैं. सर्दियों में धूप कम मिलने से शरीर में फील-गुड हार्मोन कम बनते हैं, जबकि तनाव बढ़ाने वाला हार्मोन कॉर्टिसोल बढ़ सकता है. इसका असर मन पर पड़ता है और बिना वजह चिंता, डर या उदासी महसूस होने लगती है. इसके अलावा ठंड में ब्लड वेसल्स के सिकुड़ने से ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ता है, जिससे घबराहट और बेचैनी और बढ़ सकती है.

ये भी पढ़ें: डाइटिंग- एक्सरसाइज के बाद भी नहीं घट रहा वजन? ये योगासन आएगा काम, मोम की तरह पिघलेगी चर्बी

Advertisement

इसके आम लक्षण क्या हैं?

  • अचानक दिल की धड़कन तेज होना.
  • हाथ-पैर ठंडे पड़ जाना.
  • शरीर में कंपकंपी.
  • पसीना आना या सांस तेज चलना.
  • बेचैनी, डर या रोने का मन करना.

ऐसा होने पर क्या करें?

  • अगर सर्दियों में अचानक ऐसी स्थिति बन जाए, तो सबसे पहले खुद को शांत करने की कोशिश करें. किसी सुरक्षित और गर्म जगह पर बैठकर धीमी और गहरी सांसें लें. इससे दिल और दिमाग तक ऑक्सीजन ठीक से पहुंचती है.
  • गुनगुने पानी में थोड़ा नमक मिलाकर छोटे-छोटे घूंट लेना भी नर्व्स सिस्टम को शांत करने में मदद करता है.
  • दोनों हाथों को आपस में रगड़कर आंखों और कानों के पीछे लगाएं. यहां की नसें शरीर के तापमान को संतुलित करने में सहायक होती हैं.
  • अगर बहुत ज्यादा ठंड और घबराहट हो रही हो, तो मोटे कंबल में लिपट जाएं. किसी भरोसेमंद व्यक्ति का गले लगाना भी राहत देता है, क्योंकि इससे शरीर को सुरक्षा और गर्माहट का एहसास होता है.

डॉक्टर से कब मिलें?

अगर यह समस्या बार-बार हो रही है या लक्षण बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. सही देखभाल और समय पर समझदारी से विंटर एंग्जायटी को आसानी से संभाला जा सकता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Marathi न बोलने पर मां ने ले ली 6 साल की मासूम की जान | Navi Mumbai | BREAKING NEWS