Hair Loss in Women: महिलाओं के लिए लंबे, घने, काले और रेशमी बालों की चाहत लंबे से समय बदस्तूर चली आ रही है. इसमें कुछ भी नया या अनोखा नहीं है, लेकिन इन दिनों भागदौड़ भरी जिंदगी और उचित देखभाल की कमी से बेजान होते बाल उनकी चिंता बढ़ा रहे हैं. सही जानकारी की कमी के चलते बालों को लेकर महिलाओं की बढ़ती उम्मीदों और हकीकत को लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े होते हैं. आइए, इन मामलों में हेयर एक्सपर्ट डॉक्टर आरिका से इन मुद्दों पर सटीक फैक्ट्स जानने की कोशिश करते हैं.
महिलाओं में हेयर लॉस के कारण (Causes of Hair Loss in Women)
इस तरह का हेयर फॉल है नॉर्मल
एक्सपर्ट के मुताबिक, महिलाओं में बालों की डेंसिटी को लेकर बहुत ज्यादा उम्मीदें करना बेमानी है. वहीं, रोजाना 70 से 100 बालों तक टूटना रूटीन हेयर फॉल है. इसमें परेशान होने की कोई जरूरत नहीं होती. जबकि महिलाएं इतने में ही घबराकर डॉक्टर्स के पास पहुंच जाती हैं. हालांकि, डॉक्टर के पास जाने की नौबत तब आती है जब लंबे बालों वाली महिलाओं के बालों की हर एंगल से तस्वीरें लेकर तीन-तीन महीने में देखने पर अगर स्किन दिखने लग जाए. इसका मतलब है कि गंभीर दिक्कत हो रही है.
बालों की पैथोलॉजिकल समस्याओं की बड़ी वजहें क्या-क्या हैं
हेयर केयर मेडिकल प्रोफेशनल्स के मुताबिक, महिलाओं में बालों को लेकर चिंता करने की दूसरी सूरत तब होती है जब 24 घंटे के अंदर सौ या उससे ज्यादा संख्या में बाल टूट या झड़ रहे हों. इन दोनों कंडीशन में यह पता चलता है कि बालों को लेकर कोई पैथोलॉजिकल समस्या है और इसका इलाज करवाना चाहिए. इसके प्रमुख कारणों में महिलाओं के हार्मोन असंतुलन और थॉयराइड की दिक्कत के अलावा फीमेल पैटर्न हेयर लॉस शामिल है.
टेलोजन इफ्लूइयम क्या है? हेयर लॉस में क्या और कैसी है भूमिका
डॉ. आरिका ने बताया कि महिलाओं में मेल हॉर्मोन प्रोडक्सन की मात्रा या उसकी सेंसिटिविटी ज्यादा होने से भी सिर पर मांग की जगह पर बाल झड़ते हैं. वहीं, हेयर लॉस का एक सबसे बड़ा कारण इमोशनल स्ट्रेस भी है. इसमें किसी भी वजह से हॉस्पिटलाइजेशन, फैमिली, जॉब या पर्सनल प्रॉब्लम्स वगैरह की बड़ी भूमिका होती है. मेडिकल साइंस में स्ट्रेस से होने वाले हेयर लॉस को टेलोजन इफ्लूइयम का नाम दिया गया है.
पर्याप्त नहीं सोने, डाइटिंग और गलत तरीके से फास्टिंग भी बड़ी वजह
आमतौर पर वेट लॉस के लिए किया जाने वाला डाइट कंट्रोल, डाइटिंग या गलत तरीके से की जाने वाली फास्टिंग वगैरह बालों के झड़ने की बड़ी वजह है. इसके अलावा पर्याप्त नींद नहीं लेने या अनियमित तरीके से सोने का बुरा असर भी बालों की हेल्थ पर पड़ता है. इससे तेजी से एजिंग प्रॉब्लम और उसके हेयर लॉस की दिक्कत सामने आती है. डॉक्टर्स के मुताबिक डे टू डे या डेली लाइफ की ये तमाम फैक्टर्स हैं, जिनसे बालों की गंभीर समस्या सामने आती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)