फेफड़े का कैंसर (Lung Cancer) दुनिया भर में हर साल लाखों लोगों की जान ले लेता है और इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह बीमारी कितनी घातक है. इंसान के शरीर में फेफड़े स्पंज के जैसे ऑर्गन होते हैं जो ऑक्सीजन को शरीर में ले जाते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को शरीर के बाहर छोड़ते हैं. लंग कैंसर में आपके फेफड़े में ट्यूमर की शिकायत हो जाती है जिसका तुरंत इलाज करना जरूरी होता है. दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मौतों में लंग कैंसर एक बड़ा कारण है जिसका शिकार दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग हो रहे हैं.
इन लोगों को लंग कैंसर का खतरा
जो लोग स्मोकिंग करते हैं उन्हें लंग कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. हालांकि लंग कैंसर उन लोगों को भी हो सकता है जो स्मोक नहीं करते हैं, जिसका बड़ा कारण वायु प्रदूषण यानी एयर पॉल्यूशन है. ऐसे में कोशिश करना चाहिए की पॉल्यूशन से स्वयं को बचाकर रखें. यदि ध्रूमपान का व्यसन है तो उसे भी तुरंत छोड़ दीजिए.
क्या हैं लंग कैंसर के लक्षण
इस बीमारी के लक्षण शुरुआती दौर में पता नहीं चलते और इसके लक्षण अक्सर तब सामने आते हैं जब बीमारी अडवांस स्टेज में पहुंच जाती है. लंग कैंसर के मरीज को खांसी आती है जो ठीक नहीं होती. खांसते वक्त मरीज को खून भी आ सकता है और खून की मात्रा बहुत कम या ज्यादा हो सकती है. सांस लेने में तकलीफ यानी शॉर्टनेस ऑफ ब्रेथ भी इन मरीजों में देखने को मिलती है. इसके अलावा अचानक वेट लॉस, थकान, हड्डियों में दर्द और सिर दर्द की समस्या देखने को मिलती है.
डॉक्टर से कब मिलें ?
ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई एक या कई लक्षण अगर लंबे समय तक हैं तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए. अगर आप स्मोकिंग करते हैं और छोड़ नहीं पा रहे हैं तो आप डॉक्टर से कंसल्ट करें और स्मोकिंग छोड़ दें. डॉक्टर आपको छोड़ने का तरीका, काउंसलिंग और मेडिकेशन देगा जिससे आपको सिगरेट छोड़ने में मदद मिलेगी.
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