What is liver buffer: अगर किसी गाड़ी का फ्यूल खत्म हो जाए तो वह तुरंत बंद हो जाता है. जिस तरह गाड़ी को चलाने के लिए तेल की जरूरत होती है वैसे ही हमारे शरीर के लिए खाना जरूरी है. हालांकि कई बार व्रत या वेट लॉस के लिए लंबी फास्टिंग के बावजूद हमारा शरीर स्विच ऑफ नहीं होता है. बिना कुछ खाए-पिए भी हम लंबे समय तक एनर्जेटिक बने रहते हैं. ऐसा लिवर बफर के कारण संभव हो पाता है. अब तक आपके मन में भी जिज्ञासा जाग गई होगी कि आखिर दिलचस्प सा लगने वाला यह 'लिवर बफर' होता क्या है? एनडीटीवी ने इस बारे में एशियन सेंटर ऑफ मेडिकल साइंसेस के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभागाध्यक्ष और डायरेक्टर डॉ. अमित मिगलानी से बातचीत की.
लिवर बफर क्या होता है? (What is liver buffer?)
डॉ. अमित मिगलानी ने बताया कि सोते वक्त भी हमारा हार्ट और दिमाग काम कर रहा होता है जिसके लिए ग्लूकोज की जरूरत होती है. लेकिन रात को हम खाते नहीं है ऐसे में लिवर के अंदर मौजूद ग्लाइकोजन ग्लूकोज में कन्वर्ट हो जाता है जिससे शरीर को फंक्शन करने के लिए एनर्जी मिलती है. इसे ही लिवर बफर कहा जाता है जो खाना नहीं खाने के बावजूद भी शरीर को एनर्जी देता है.
इसके अलावा हमारे मांसपेशियों में भी एक्स्ट्रा फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट स्टोर रहता है. लंबे समय तक जब हम फास्टिंग करते हैं तो मांसपेशियों में जमा इन्हीं तत्वों को प्रोसेस कर शरीर में एनर्जी उत्पन्न की जाती है.
खतरनाक हो सकती है इससे स्थिति
लंबे समय तक फास्टिंग करने से लिवर बफर खत्म हो जाता है जिसके बाद शरीर मांसपेशियों में जमा फैट का इस्तेमाल करती है. डॉ. अमित मिगलानी बताते हैं कि इस वजह से लंबे समय तक फास्टिंग करना खतरनाक हो सकता है. क्योंकि जब हम कुछ नहीं खाते हैं तो फैट से उत्पन्न एनर्जी ज्यादातर ब्रेन और हार्ट के तरफ चली जाती है. इंटेस्टाइन में फूड ब्रेकडाउन का फंक्शन नहीं होने से वहां एनर्जी कम जाती है जिससे गट हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)