ऑमिक्रॉन की आमद के साथ एक बार फिर इम्यूनिटी की चिंता सताने लगी है.
खास बातें
- ऑमिक्रॉन की आमद के साथ एक बार फिर इम्यूनिटी की चिंता सताने लगी है.
- इम्यूनिटी को परखने के लिए आप कई तरह के टेस्ट करवा सकते हैं.
- इन लक्षणों के जरिए भी कमजोर इम्यूनिटी को समझ सकते हैं.
Sings of Low Immunity Power: कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब ऑमिक्रॉन का डर फिर लोगों को सता रहा है. जो लोग ये इत्मिनान कर चुके थे कि अब कोरोना का डर खत्म हो चुका है. उन्हें ऑमिक्रॉन की आमद के साथ एक बार फिर इम्यूनिटी की चिंता सताने लगी है. रूप बदल कर लौटी महामारी के दौर में ये जान लेना जरूरी है कि आपकी इम्यूनिटी पहले की तरह मजबूत है या फिर लापरवाही ने उसे कमजोर कर दिया है. इम्यूनिटी को परखने के लिए आप कई तरह के टेस्ट करवा सकते हैं. या फिर ऐसे कुछ लक्षण हैं जिन्हें नोटिस कर आप खुद ये अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता घटी है या नहीं.
Indications of Weak Immunity | कमजोर इम्युनिटी के संकेत
जल्दी जल्दी पड़ते हैं बीमार
अगर आप रूटीन में जरा से भी बदलाव से बीमार पड़ जाते हैं तो आपको अपना इम्यून सिस्टम दुरूस्त करने की जरूरत है. इसे आसानी से यूं समझ सकते हैं कि आपको किसी भी इंफेक्शन या बीमारी के चलते साल में कम से कम तीन बार एंटीबायोटिक का डोज लेना पड़े तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. ये इस बात का इशारा है कि आपका शरीर रोगों से लड़ने में जरा कमजोर पड़ रहा है.
अक्सर होता है जुकाम
क्या आपको बहुत आसानी से जुकाम अपनी चपेट में ले लेता है. जरा सा तापमान बदलने से या फिर किसी संक्रमित के संपर्क में आने के बाद आप भी जुकाम का शिकार हो जाते हैं. तो, ये कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली की तरफ इशारा करता है.
तनाव का शिकार
अगर आप छोटी छोटी बातों से बड़े तनाव का शिकार हो जाते हैं तो ये चिंता की बात है. कमजोर इम्यूनिटी और तनाव का आपस में गहरा संबंध है. स्ट्रेस ज्यादा होने से शरीर के व्हाइट ब्लड सेल्स कमजोर होने लगते हैं. दूसरे इंफेक्शन आसानी से आपको जकड़ लेते हैं.
थकान महसूस होना
पूरी नींद और पूरी डाइट के बावजूद आपको थकान महसूस हो तो इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय करने जरूरी हैं. एनर्जी कम रहना कमजोर इम्यूनिटी की निशानी है.
चोट भरने में वक्त लगना
आपको कोई चोट लगे तो घाव भरने के समय पर जरूर ध्यान दें. छोटा सा घाव भी भरने में ज्यादा वक्त लगना चिंताजनक है. इम्यूनिटी कम होने पर नई स्किन बनने में समय लगता है. ये इम्यूनिटी को परखने का अच्छा तरीका है.
मुंह में छाले
मुंह में बार बार सूजन होना इनडाइजेशन के लक्षण है. पाचन खराब होने का सीधा असर पेट पर पड़ता है. ये कमजोर इम्यूनिटी के चलते होता है या इस वजह से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है. डाइजेशन को हमेशा ठीक रखें ताकि प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक तरह से काम करती रहे.
मसूड़ों में सूजन
मसूड़ों में बार बार सूजन आ रही हो तो तुरंत सतर्क हो जाएं. ब्लड टेस्ट भी जरूर करवाएं. क्योंकि ये कमजोर इम्यूनिटी की तरफ इशारा करता है.
ऐसे लक्षण अगर आपको लगातार नजर आते रहें तो डॉक्टर से सलाह लेकर डाइट सप्लीमेंट्स ले सकते हैं.
Periods में यौन संबंध ठीक या गलत... एक्सपर्ट से जानें
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.