Egg Freezing: फ्रीज किए गए एग्स का सक्सेस रेट आईवीएफ के समान, शोध में हुआ खुलासा

अध्ययन के अनुसार पिघले हुए एग्स से विकसित सभी भ्रूणों को स्थानांतरित करने के बाद कुल जीवित जन्म दर 34 प्रतिशत थी, जो 36 साल की आयु से पहले अपने अण्डों को फ्रीज कराने वाली महिलाओं में बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
ये अध्ययन रिपोर्ट पत्रिका रिप्रोडक्टिव बायोमेडिसिन ऑनलाइन में प्रकाशित की गई.

एक शोध में यह बात सामने आई है कि अंडों को फ्रीज करने की सफलता की दर सामान्य इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) जैसी ही है. अन्य देशों में एग्स को फ्रीज करने के संबंध में किए शोधों की तुलना में एक और शोध किया गया. यह नया शोध 30,000 फ्रीज किए गए एग्स पर बेस्ड था, जिन पर 15 सालों तक अध्ययन किया गया. 15 साल के अध्ययन निष्कर्षों से पता चला कि प्रति भ्रूण स्थानांतरण में कुल जीवित जन्म दर 26 प्रतिशत थी. ये अध्ययन रिपोर्ट पत्रिका रिप्रोडक्टिव बायोमेडिसिन ऑनलाइन में प्रकाशित की गई. यह दर महिला की उम्र पर निर्भर करता है. देखा गया कि 35 साल से ज्यादा आयु वाली महिलाओं में यह दर कम थी, वहीं 40 साल से ज्यादा आयु वालों में यह दर केवल 5 प्रतिशत थी.

यह भी पढ़ें: डायबिटिक और प्री-डायबिटिक पेशेंट्स का शुगर लेवल कितना होता है? नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल कितना होना चाहिए? डॉक्टर ने बताया...

अध्ययन के अनुसार पिघले हुए एग्स से विकसित सभी भ्रूणों को स्थानांतरित करने के बाद कुल जीवित जन्म दर 34 प्रतिशत थी, जो 36 साल की आयु से पहले अपने अण्डों को फ्रीज कराने वाली महिलाओं में बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई.

Advertisement

वरिष्ठ लेखक और लंदन महिला क्लिनिक के चिकित्सा निदेशक प्रोफेसर निक मैकलॉन ने कहा, "ये परिणाम नेशनल लेवल पर नियमित आईवीएफ में दर्ज परिणामों के बराबर हैं."

Advertisement

एग फ्रीजिंग ट्रीटमेंट चाहने वाली महिलाओं की संख्या 2015 में 150 थी जो 2022 में बढ़कर 800 से ज्यादा हो गई. फिर भी केवल 14 प्रतिशत ही अपने अंडों को पिघलाने के लिए वापस आती हैं. 2,171 रोगियों में से 299 वापस लौटीं और 332 ने इस चक्र को पूरा किया.

Advertisement

यह भी पढ़ें: रात को देर से या कम सोने से ही नहीं होते डार्क सर्कल, अगर करते हैं इनको लंबे टाइम तक इग्नोर, तो ये 6 नुकसान झेलने के लिए रहें तैयार

Advertisement

अध्ययन में पता चला कि संचयी जीवित जन्म (कम्युलेटिव लाइव बर्थ रेट) रेट 36 प्रतिशत है, जो 35 साल से कम आयु में एग्स को फ्रीज कराने वालों के लिए बढ़कर 57 प्रतिशत हो गई है. फ्रीज-ऑल चक्रों में जीवित जन्म दर 30 प्रतिशत थी, जो क्रोमोजोमल स्क्रीनिंग के साथ बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई. 40 साल से ज्‍यादा आयु की महिलाओं में सभी लाइव बर्थ टेस्ट किए गए भ्रूणों से हुए थे.

कुछ संशय के बावजूद ये परिणाम दिखाते है कि अंडे को फ्रीज करना और पिघलाना आईवीएफ के समान है. अध्ययन में कहा गया है कि एग्स को फ्रीज करना और पिघलाना महिलाओं को गर्भधारण करने और जीवित बच्चे को जन्म देने का एक अवसर प्रदान कर सकता है.

Cervical Cancer से बचने का कारगर तरीका है HPV Vaccine, जानिए किसे और कब लेना चाहिए HPV वैक्सीन

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Jhansi College Fire: 18 शिशुओं के इलाज की क्षमता फिर भी 50 नवजात थे एडमिट, NDTV का Reality Check