Skincare Tips: स्किन ब्लीचिंग (Skin Bleaching) का इस्तेमाल शरीर के डार्क हिस्सों (Dark Skin) में निखार लाने के लिए किया जाता है, जिसमें हाइड्रोजन पेरोक्साइड ब्लीचिंग एजेंट का इस्तेमाल होता है, जो स्किन के साथ रिएक्ट करके उस हिस्से को निखारता है. लेकिन कई बार यह ब्लीचिंग स्किन के लिए हार्मफुल (Harmful) भी हो सकती है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि ब्लीच करने के नुकसान क्या (Side Effect of Bleach) होते हैं और अगर आप ब्लीच करते हैं तो आपको कैसे ब्लीच (How to Bleach) करना चाहिए ताकि आपको इसके फायदे भी मिल सकें.
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कैसे काम करती है स्किन ब्लीच (How skin bleaching works)
त्वचा को ब्लीच करने से त्वचा में मेलेनिन की सांद्रता या उत्पादन कम हो जाता है. मेलेनिन एक पिगमेंट है, जो मेलानोसाइट्स नामक कोशिकाओं से बनता है. आपकी त्वचा में मेलेनिन की मात्रा आनुवंशिकी से तय होती है.
सांवली त्वचा वाले लोगों में मेलेनिन अधिक होता है. हार्मोन, सूरज की रोशनी और कुछ रसायन भी मेलेनिन उत्पादन को प्रभावित करते हैं.
जब आप त्वचा पर हाइड्रोक्विनोन जैसे उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं यानी की ब्लीच का इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपकी त्वचा में मेलानोसाइट्स कम कर देता है. नतीजतन त्वचा को ब्राइट कर सकता है और त्वचा अधिक समान दिखाई दे सकती है.
ब्लीच करने के नुकसान (Side Effects and Precautions of Skin Bleaching)
कई देशों ने स्किन ब्लीचिंग उत्पादों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है. 2006 में, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने एक नोटिस भी जारी किया था कि ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) स्किन ब्लीचिंग उत्पादों को सुरक्षित और प्रभावी नहीं माना जाता है. साक्ष्यों की समीक्षा के आधार पर उत्पादों को मानव उपयोग के लिए सुरक्षित नहीं माना गया. कई मामलों में आप इससे त्वचा पर ऐसे काले धब्बों का अनुभव भी कर सकते हैं, जो कभी न हटें.
ब्लीच करने के कुछ नुकसान भी है, जैसे- इससे स्किन इरिटेशन हो सकता है.
स्किन में ड्राइनेस आ सकती है और जो लोग सेंसेटिव स्किन से परेशान है, उन्हें ब्लीच का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
यह आपकी स्किन को डैमेज कर सकता है. इसके अलावा बार-बार ब्लीच करने से स्किन और पतली हो जाती है और समय के साथ काली पड़ने लगती है.
कुछ ब्लीचिंग प्रोडक्ट में मरकरी भी मिलाया जाता है, जो सीरियस हेल्थ इश्यू पैदा कर सकता है. इससे किडनी डैमेज और न्यूरोलॉजिकल समस्या भी हो सकती है.
स्किन पर ब्लीच करने के फायदे (Benefit of Skin Bleaching)
अगर आप अपने चेहरे, गर्दन, कोहनी या घुटनों के कालेपन से परेशान है तो आप ब्लीच कर सकते हैं. ब्लीच करने से इन काले पड़ चुके हिस्सों को दोबारा से निखारा जा सकता है.
इसके लिए केमिकल पील्स, ब्लीचिंग एक्टीवेटर हाइड्रोजन पेरोक्साइड और कई तरह की चीजें इस्तेमाल की जाती है. हालांकि, आपको अपने एक्सपर्ट से पूछ कर ही इन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए.
ब्लीच करने से पिगमेंटेशन को कम किया जाता है और अगर चेहरे पर अनइवन स्किन टोन है तो इसे भी दूर किया जा सकता है.
यह पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत पसंद है कि आपको ब्लीच का इस्तेमाल करना है या नहीं. यहां हम आपको बताते हैं इसे इस्तेमाल करने का सही तरीका.
कैसे इस्तेमाल करें ब्लीच (How to do skin bleaching)
अगर आप अपने चेहरे या बॉडी के अन्य हिस्सों पर ब्लीच करना चाहते हैं, तो सबसे पहले एक पैच टेस्ट करें. अगर ब्लीच करने से आपको कोई एलर्जी या रेडनेस नहीं होती है, तब आप इसका इस्तेमाल अपने चेहरे या शरीर के अन्य हिस्सों पर कर सकते हैं.
ब्लीच करने से पहले अपने चेहरे को और बॉडी को अच्छी तरह से वॉश कर लें और इसके बाद प्री ब्लीच लगाएं. ब्लीचिंग एजेंट को मिलाकर अच्छे से मिक्स करके प्रभावित जगह पर लगाएं और इस 8 से 10 मिनट तक रहने दें. ब्लीच करने के दौरान थोड़ी सी जलन महसूस होती है, इससे घबराए नहीं, लेकिन अगर ज्यादा जलन होती है तो उसे तुरंत जाकर धो लें. ब्लीच करने के बाद साबुन या कोई भी अन्य केमिकल प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें. ब्लीच को आंखों के पास, नाक के पास और मुंह के पास लगाने से बचें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)