What Happens If You Eat Too Much Chestnuts: सिंघाड़ा, जिसे वॉटर चेस्टनट के नाम से भी जाना जाता है सर्दियों के मौसम में खूब खाए जाने वाले फलों में से एक है. स्वाद में मीठा और कुरकुरा ये फल विटामिन बी6, पोटैशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट जैसे तत्वों से भरपूर है जो शरीर को कई तरह के फायदे पहुचाने में फायदेमंद है, लेकिन वो कहते है न जरूरत से कीयड किसी भी चीज का सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. अगर इसे जरूरत से ज्यादा खाया जाए, तो यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा भी कर सकता है. तो आइए यहां जानते हैं सिंघाड़ा खाने के से होने वाले नुकसानों के बारे में.
सिंघाड़ा कब नहीं खाना चाहिए?
पाचन: सिंघाड़ा में फाइबर की ज्यादा होता है, जो पाचन के लिए तो अच्छी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इसका सेवन पेट में गैस, फुलावट, कब्ज या भारीपन का कारण भी बन सकता है. इसलिए जिन लोगों को पहले से ही पेट से जुड़ी दिक्कतें रहती हैं उन्हें इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.
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डायबिटीज: सिंघाड़े में नेचुरल शुगर होती है. ऐसे में ज्यादा मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. इसलिए मधुमेह के रोगियों को सिंघाड़ा खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
सर्दी-जुकाम: सिंघाड़ा तासीर ठंडी होती है. सर्दियों के मौसम में ज्यादा मात्रा में इसका सेवन शरीर में ठंडक बढ़ा सकता है, जिससे सर्दी-जुकाम, गले में खराश या बलगम की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जिन लोगों को पहले से ही सर्दी या खांसी रहती है, उन्हें सिंघाड़े का सेवन कम करना चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)