Olive Oil Or Desi Ghee: सेहत के लिए कौन सा है सबसे ज्यादा फायदेमंद, न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मल्होत्रा ने आसान भाषा में बताया

Healthy Fat Options: देसी घी में स्मोकिंग प्वॉइंट ज्यादा होता है. पोषण विशेषज्ञ के अनुसार, यह देसी घी को हाई टेंपरेचर वाले इंडियन कुकिंग के लिए एक अच्छा विकल्प है.

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Olive Oil Vs Desi Ghee: घी में हाई स्मोकिंग प्वॉइंट होता है जो इसे इंडियन कुकिंग के लिए आदर्श बनाता है

Olive Oil Vs Desi Ghee: सलाद ड्रेसिंग और बेकिंग से लेकर कुछ स्वादिष्ट चिकन और सब्जियां तलने तक खाना पकाने के तेल और घी का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है. ऑयल हमारे डिलीशियन डिशेज बनाने के साथ-साथ एक चिकनी बनावट देता है जबकि घी एक अलग स्वाद प्रदान करता है. इसके अलावा ऑयल और घी में फैट होते हैं, जो हमारे शरीर में कुछ कार्यों का सपोर्ट करते हैं. अब, लोग हाल ही में स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक हो गए हैं और इस बात की चिंता बढ़ रही है कि कौन सा तेल स्वास्थ्यवर्धक और हृदय के लिए अच्छा है. हम में से ज्यादातर लोग इस सवाल से हैरान हैं जो अभी भी अनसुलझा है. चिंता न करें, पोषण विशेषज्ञ पूजा मल्होत्रा आपकी कंफ्यूजन को दूर करने के लिए यहां कुछ टिप्स शेयर कर रहे हैं.

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ऑलिव ऑयल या देसी घी कौन सा स्वास्थ्यवर्धक है?

अपने लेटेस्ट इंस्टाग्राम रील में पोषण विशेषज्ञ देसी घी और जैतून के तेल के बारे में कुछ जरूरी प्वॉइंट को लिस्टेड करती हैं ताकि हमें दोनों के बीच एक लिस्टेड ऑप्शन बनाने में मदद मिल सके. उनके अनुसार, कैलोरी वैल्यू और फैट की मात्रा के मामले में देसी घी और जैतून का तेल दोनों समान हैं. हालांकि, दोनों की फैटी एसिड संरचना काफी अलग है.

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देसी घी या देसी मक्खन में मीडियम चैन फैटी एसिड और इसमें हाई स्मोकिंग प्वॉइंट होता है. पोषण विशेषज्ञ के अनुसार, यह देसी घी को हाई टेंपरेचर वाले इंडियन फूड के लिए एक अच्छा ऑप्शन बनाता है. इसके अलावा, देसी मक्खन में विटामिन ए, डी और के जैसे वसा में घुलनशील विटामिन भी होते हैं. हालांकि, इसमें हाई सेचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी होती है, जिसके कारण देसी घी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए, पूजा मल्होत्रा ​​का सुझाव है.

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दूसरी ओर, ऑलिव ऑयल अपने मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (एमयूएफए) और ओमेगा 3 सामग्री के कारण अन्य तेलों की तुलना में हेल्दी माना जाता है. इसके अलावा, जैतून का तेल एंटीऑक्सीडेंट भी होता है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं. जैतून का तेल भी हार्ट फ्रेंडली ऑयल के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह प्लांट बेस्ड होता है और इसमें जीरो कोलेस्ट्रॉल होता है. पोषण विशेषज्ञ का सुझाव है कि जैतून का तेल आदर्श रूप से कम तापमान पर खाना पकाने और सलाद में ड्रेसिंग के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए.

वह इस बात पर भी जोर देती हैं कि सभी ऑयल फैट और कैलोरी से भरपूर होते हैं और इनका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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