Disease X बन सकती है अगले पेंडेमिक का कारण, हो सकती हैं करीब 5 करोड़ मौतें, क्‍या कह रहे हैं एक्‍सपर्ट

अपनी चिंता जाहिर करते हुए बिंघम ने कहा कि - 'मुझे इसे इस तरह से कहना चाहिए: 1918-19 फ्लू महामारी ने दुनिया भर में कम से कम 50 मिलियन लोगों की जान ले ली, जो प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए लोगों की तुलना में दोगुना था. आज, हम पहले से मौजूद कई वायरसों में से एक से इसी तरह के मौत के आंकड़े देखने की उम्मीद कर सकते हैं.' 

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केट बिंघम ने डिजीज एक्स की मृत्यु दर की तुलना स्पैनिश फ्लू से की.

ब्रिटेन के एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा है कि डिजीज एक्स (Disease X) एक और महामारी का कारण बन सकती है, जो कोविड-19 से भी घातक होगी. डिजीज एक्‍स नाम विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ (World Health Organisation (WHO) द्वारा दिया गया है. डेली मेल को दिए एक साक्षात्कार में, केट बिंघम (Kate Bingham) ने कहा कि नया वायरस 1919-1920 के विनाशकारी स्पेनिश फ्लू के समान प्रभाव डाल सकता है. केट बिंघम मई से दिसंबर 2020 तक यूके के वैक्सीन टास्कफोर्स के अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, डिजीज एक्स (Disease X) एक नया एजेंट हो सकता है, एक वायरस (virus), एक जीवाणु (bacterium) या कवक (fungus) हो सकता है, जिसके लिए इलाज मौजूद न हो. 

अपनी चिंता जाहिर करते हुए बिंघम ने कहा कि - 'मुझे इसे इस तरह से कहना चाहिए: 1918-19 फ्लू महामारी ने दुनिया भर में कम से कम 50 मिलियन लोगों की जान ले ली, जो प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए लोगों की तुलना में दोगुना था. आज, हम पहले से मौजूद कई वायरसों में से एक से इसी तरह के मौत के आंकड़े देखने की उम्मीद कर सकते हैं.' अगर दुनिया को डिजीज एक्स के खतरे से निपटना है, तो "दुनिया को बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान के लिए तैयार होना होगा और रिकॉर्ड समय में खुराक देनी होगी", उन्होंने डेली मेल को बताया.

विशेषज्ञ ने आगे कहा कि वैज्ञानिकों ने 25 वायरस परिवारों की पहचान की है, लेकिन दस लाख से ज्‍यादा अनदेखे वेरिएंट हो सकते हैं, जो एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में जाने में सक्षम हो सकते हैं.

"एक तरह से, हम कोविड-19 के मामले में भाग्यशाली रहे, इस तथ्य के बावजूद कि इसके कारण दुनिया भर में 20 मिलियन या इससे ज्‍यादा मौतें हुईं. मुद्दा यह है कि वायरस से संक्रमित अधिकांश लोग ठीक होने में कामयाब रहे... जरा सोचें डिजीज एक्स (Disease X) इबोला की मृत्यु दर खसरे जितनी ही संक्रामक है. दुनिया में कहीं न कहीं इसकी पुनरावृत्ति हो रही है और देर-सबेर कोई न कोई बीमार महसूस करने लगेगा." उन्‍होंने आगे कहा.

डब्ल्यूएचओ ने पहली बार मई में अपनी वेबसाइट पर डिजीज एक्स का जिक्र किया था. इसमें कहा गया था  कि यह शब्द "इस बात का प्रतिनिधित्व करता है कि एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय महामारी जोकि ऐसे पैथेगोन द्वारा होगी जो अभी अज्ञात है, वह मानव रोग का कारण बन सकती है.''

WHO ने 2018 में इस शब्द का उपयोग शुरू किया और एक साल बाद, कोविड -19 दुनिया भर में फैलना शुरू हुआ.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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