यूरिक एसिड का देसी इलाज माना जाता है नीम का पत्ता, जानिए इस्तेमाल करने का तरीका

Home Remedy for Uric Acid: नीम के पत्तों का उपयोग यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने का एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका माना जाता है. इसके नियमित सेवन से न केवल यूरिक एसिड के लक्षणों में राहत मिलती है, बल्कि शरीर की ऑलओवर हेल्थ भी बेहतर होती है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Neem Leaves For Uric Acid: नीम के पत्ते अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं.

Neem Leaves For Uric Acid: आजकल बढ़ता यूरिक एसिड एक आम समस्या बन गई है, जो कि हमारे खान-पान और लाइफस्टाइल में आए बदलाव के कारण पैदा होती है. शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से गठिया, जोड़ों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि, कुछ देसी और प्राकृतिक उपायों से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है और उनमें से एक है नीम के पत्तों का उपयोग. नीम के पत्ते अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं और आयुर्वेद में इन्हें कई बीमारियों के इलाज में उपयोग किया जाता है. यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए नीम का पत्ता किसी रामबाण उपाय से कम नहीं है. यहां जानिए कैसे...

नीम के पत्तों से कैसे कंट्रोल हो सकता है यूरिक एसिड (How Can Uric Acid Be Controlled With Neem Leaves)

1. नीम के पत्तों का रस

सबसे पहले नीम के ताजे पत्तों को धो लें और इन्हें पीसकर रस निकाल लें. इस रस को दिन में एक बार सुबह खाली पेट पीने से लाभ हो सकता है. नीम का कड़वा स्वाद यूरिक एसिड लेवल को कम करने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है. नियमित रूप से इसका सेवन यूरिक एसिड के प्रभाव को कम करने में सहायक हो सकता है.

2. नीम की चाय

नीम की चाय भी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का एक अच्छा तरीका है. इसे बनाने के लिए नीम के कुछ पत्तों को पानी में उबालें और इस पानी को छानकर पीएं. इसका सेवन दिन में एक बार करें. यह चाय एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: रोज एक चुकंदर खाने से क्या होता है? आप भी जान लीजिए इसकी सच्चाई

3. नीम के पत्तों का पाउडर

नीम के सूखे पत्तों को पीसकर पाउडर बना लें. इस पाउडर का रोजाना सेवन करें. इसे गर्म पानी के साथ या शहद मिलाकर लिया जा सकता है. यह उपाय शरीर के भीतर यूरिक एसिड के क्रिस्टल को घुलाने में मदद करता है और यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करता है.

Advertisement

4. नीम का पेस्ट और तेल

नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर प्रभावित जोड़ों पर लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है. इसके अलावा, नीम का तेल भी प्रभावित हिस्सों पर मसाज करने के लिए उपयोग किया जा सकता है. यह उपाय न केवल यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करने में सहायक है, बल्कि त्वचा के लिए भी फायदेमंद है.

Advertisement

नीम के पत्तों के अन्य फायदे:

नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. यह ब्लड को प्यूरीफाई करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और त्वचा की समस्याओं को ठीक करने में भी सहायक है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: लटकती जा रही है स्किन, 30 की उम्र से ही खाना शुरू कर दें ये 5 चीजें, स्किन रहेगी टाइट और स्मूद

सावधानियां:

  • गर्भवती महिलाएं और बच्चे इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें.
  • ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट की समस्या या कमजोरी हो सकती है, इसलिए सही मात्रा में ही सेवन करें.
  • अगर आप किसी अन्य बीमारी के लिए दवाइयां ले रहे हैं, तो नीम के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लें.

क्या आईपिल लेने के बाद कोई महिला गर्भवती हो सकती है? यहां जानें गर्भन‍िरोधन के बेस्‍ट तरीके...

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Maharashtra Elections 2024: MVA में Seat Sharing का Formula तय, 33 सीटों पर सस्पेंस अभी भी बरकरार