नाक से अचानक बहने लगे खून तो घबराएं नहीं जरूर करें ये उपाय, जानें किस स्थिति में डॉक्टर को बुलाना है जरूरी

खून पतला करने वाली दवा लेने वाले लोगों को दूसरों की तुलना में नाक से खून बहने की समस्या अधिक हो सकती है. आमतौर पर नाक से खून बहना केवल दर्द देने वाला होता है और कोई वास्तविक चिकित्सीय समस्या नहीं होती.

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नाक से खून आने पर ऐसे करें फर्स्ट एड.

नाक से खून आना (nosebleed), जिसे नकसीर फूटना (epistaxis) भी कहा जाता है, सामान्य समस्या है. ऐसा तब होता है जब नाक में कोमल रक्त वाहिकाएं फट जाती हैं. नकसीर के सामान्य कारणों में मौसम में बदलाव, सूखापन, खरोंच, कुछ दवाएं और चोटें शामिल हो सकती हैं. खून पतला करने वाली दवा लेने वाले लोगों को दूसरों की तुलना में नाक से खून बहने की समस्या अधिक हो सकती है. आमतौर पर नाक से खून बहना केवल दर्द देने वाला होता है और कोई वास्तविक चिकित्सीय समस्या नहीं होती. लेकिन नाक से खून आना किसी बीमारी का संकेत हो भी सकता है.

कब होती है इमरजेंसी केयर की जरूरत (When to Seek Emergency Care)

  • अगर नकसीर में अपेक्षित मात्रा से अधिक खून निकले तब.
  • अगर नाक से खून 30 मिनट से अधिक समय तक बहता रहे.
  • अगर आप बेहोश या हल्का महसूस करते हैं.
  • गिरने या दुर्घटना के बाद नाक से खून बहने लगता है. गिरने या सिर या चेहरे पर चोट लगने के बाद ब्लीडिंग का मतलब यह हो सकता है कि आपकी नाक टूट गई है.

नकसीर के लिए फर्स्ट एड (First Aid for Nosebleed)

  • बैठ जाएं और आगे की ओर झुक जाए. सिर ऊपर रखें. आगे की ओर झुकें ताकि खून गले से नीचे न जाए. इससे आपका दम घुट सकता है या पेट खराब हो सकता है.
  • धीरे से अपनी नाक से ब्लो करें, इससे खून का कोई भी थक्का साफ हो जाएगा.
  • नाक बंद कर लें. दोनों नासिका छिद्रों (nostrils) को बंद करने के लिए अंगूठे और एक उंगली का उपयोग करें. मुंह से सांस लें. 10 से 15 मिनट तक पिंच करते रहें. ऐसा करने से रक्त वाहिकाओं पर दबाव पड़ता है और रक्त प्रवाह को रोकने में मदद मिलती है.
  • अगर ब्लीडिंग नहीं रुकती है, तो 15 मिनट तक नाक को फिर से दबाएं. कम से कम पांच मिनट तक इसे बंद रखें, इसके बाद ही जांचने के लिए नाक खोलें कि ब्लीडिंग बंद हुई है या नहीं. यदि दूसरी कोशिश के बाद भी ब्लीडिंग बंद न हो तो इमरजेंसी केयर लें.

दोबारा नकसीर होने से कैसे रोकें (How to Prevent Nosebleeds from Recurring)

नाक के साथ छेड़छाड़ न करें और ब्लो करने से भी बचें. कई घंटों तक सिर को हार्ट से नीचे न गिराएं. न ही कोई भारी वस्तु उठाएं. नाक के अंदर धीरे से सेलाइन जेल (एयर), एंटीबायोटिक मरहम (नियोस्पोरिन) या पेट्रोलियम जेली (वैसलीन) लगाएं. अधिकांश मलहम को नाक के मध्य भाग यानी सेप्टम पर लगाएं. भाप, ह्यूमिडिफ़ायर या फिर आइस पैक से भी मदद मिल सकती है.

अगर आपकी नाक से दोबारा खून बह रहा है, तो फर्स्ट एड दोबारा आज़माएं. इस बार, नाक के दोनों किनारों पर एक नेज़ल स्प्रे करें जिसमें ऑक्सीमेटाज़ोलिन (एफ़्रिन) होता है. नाक साफ करने के बाद ऐसा करें. फिर नाक को दोबारा दबाएं. यदि ब्लीडिंग बंद न हो तो मेडिकल हेल्प लें.

डॉक्टर से कब करें संपर्क (When to Contact your Doctor)

  • अगर आपको अक्सर नाक से खून आता रहता है. आपको रक्त वाहिका को सुरक्षित रखने की जरूरत हो सकती है. कॉटरी एक ऐसी विधि है जो विद्युत प्रवाह, सिल्वर नाइट्रेट या लेजर का उपयोग करके रक्त वाहिकाओं को सील कर सकती है.
  • इसके अलावा, एक हेल्थ केयर प्रोवाइडर स्पेशल जाली या कपड़े से या फिर एक लेटेक्स गुब्बारे से नाक को पैक कर सकता है. दोनों पैकिंग विधियां रक्त वाहिका पर दबाव डालती हैं और ब्लीडिंग रोकती हैं.
  • अगर आप खून पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं और आपकी नाक से ब्लीडिंग हो रही है तो डॉक्टर दवा की खुराक बदल सकते हैं.
  • ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल किया जा सकता है. अधिक नमी से नाक से खून बहने से राहत मिल सकती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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