बिहार के अररिया में रहस्यमयी बीमारी का कहर, इतने बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उठाए कदम

Mysterious Disease: अररिया के सिविल सर्जन डॉ. के.के. कश्यप ने बताया कि इस बीमारी से पीड़ित अन्य बच्‍चों का इलाज अररिया के सदर अस्पताल में चल रहा है.

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Mysterious Disease In Hindi: बिहार के अररिया जिले में पिछले सप्ताह रहस्यमय बीमारी के कारण पांच बच्चों की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने इस प्रकोप से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं. अररिया के सिविल सर्जन डॉ. के.के. कश्यप ने बताया कि इस बीमारी से पीड़ित अन्य बच्‍चों का इलाज अररिया के सदर अस्पताल में चल रहा है. तीन अन्य बच्‍चों का इलाज पूर्णिया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किया जा रहा है. उन्‍होंने कहा कि बच्चे ठीक हो रहे हैं.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाए गए कदम-

स्वास्थ्य विभाग ने इस प्रकोप से निपटने के लिए कई कदम उठाए है. गांव में ब्लीचिंग पाउडर से सैनिटाइजिंग की गई है. इसके साथ ही स्वास्थ्य टीम तैनात की गई है. चिकनगुनिया के संदेह को देखते हुए विभाग ने अलर्ट बढ़ा दिया है.

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Photo Credit: iStock

पटना स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भी जिला चिकित्सा अधिकारियों के साथ मौके पर भी तैनात है. उन्होंने बीमारी के कारण का पता लगाने के लिए मरीजों और निवासियों दोनों से ब्लड सैंपल एकत्र किए हैं. उन्होंने कहा, "प्रारंभिक परिणामों में कुछ सेंपल में चिकनगुनिया वायरस का पता चला है, लेकिन अभी तक कोई अन्य वायरस नहीं मिला है.

वहीं डॉ. कश्यप ने जोर देते हुए कहा कि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि ये मौतें चिकनगुनिया के कारण हुई हैं. उन्‍होंने कहा कि कुछ के रिजल्ट अभी आने बा‍की हैं. डॉ. कश्यप ने कहा, हमारी टीम ने जांच के लिए गांव से मच्छरों के लार्वा एकत्रित किए हैं. स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जरूरत पड़ने व्यक्ति को उच्च चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए एंबुलेंस को तैयार रखा गया है.

मानसून सीजन में बिहार में डेंगू जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के कारण अब तक चार मौतें हुई हैं. अररिया को छोड़कर राज्य में चिकनगुनिया के मामले सामने नहीं आए. वहीं स्थानीय और पटना स्वास्थ्य विभाग की टीमें चिकनगुनिया और अन्य संभावित कारणों की जांच के लिए हाई अलर्ट पर हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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