केरल में मिला मंकीपॉक्स का क्लेड-1 स्ट्रेन, अफ्रीका में इसी ने मचाई तबाही, भारत में एमपॉक्स का ये दूसरा मामला

Monkeypox New Strain Clade-1: राष्ट्रीय राजधानी में एमपॉक्स का पिछला मामला हरियाणा के हिसार निवासी 26 वर्षीय व्यक्ति से जुड़ा था, जो इस महीने की शुरुआत में पश्चिम अफ्रीकी क्लेड 2 स्ट्रेन से संक्रमित पाय गया था. ये भारत में पाया गया दूसरा एमपॉक्स मामला है.

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Mpox New Strain Clade 1b in Hindi: जिस स्ट्रेन के कारण WHO ने पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित की उसका पहला मामला भारत में सोमवार को केरल के मलप्पुरम में मिला. MPOX क्लेड 1 से संक्रमित मरीज 38 साल का व्यक्ति है और हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात से आया था और कथित तौर पर उसकी हालत स्थिर है. राष्ट्रीय राजधानी में एमपॉक्स का पिछला मामला हरियाणा के हिसार निवासी 26 वर्षीय व्यक्ति से जुड़ा था, जो इस महीने की शुरुआत में पश्चिम अफ्रीकी क्लेड 2 स्ट्रेन से संक्रमित पाय गया था. ये भारत में पाया गया दूसरा एमपॉक्स मामला है.

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भारत में अब तक एमपॉक्स के 30 मामले:

डब्ल्यूएचओ द्वारा 2022 में एमपॉक्स को इंटरनेशनल कंसर्न पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद से भारत में कुल 30 मामले सामने आए हैं. अगस्त में थाईलैंड ने एमपॉक्स के क्लेड 1बी स्ट्रेन के अपने पहले मामले की पुष्टि की, ये वायरस का नया और संभावित रूप से घातक स्ट्रेन है. संक्रमित व्यक्ति एक 66 वर्षीय यूरोपीय व्यक्ति था जो एक अनाम अफ्रीकी देश से बैंकॉक आया था. क्लेड 1बी स्ट्रेन की मृत्यु दर 3 प्रतिशत है, जो 2022 में रिपोर्ट किए गए क्लेड IIb वेरिएंट से जुड़ी 0.2 प्रतिशत मृत्यु दर से बहुत ज्यादा है.

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एम्पॉक्स को लेकर एम्स ने जारी किया था प्रोटोकॉल:

एम्स दिल्ली ने अगस्त में एमपॉक्स वायरस से संक्रमित होने के संदेह वाले रोगियों को संभालने के लिए प्रोटोकॉल जारी किया. यह बयान विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा वायरस को इंटरनेशनल कंसर्न और पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने के तुरंत बाद आया.

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"मंकी पॉक्स एक आभासी जूनोसिस है जिसके लक्षण चेचक के रोगियों में अतीत में देखे गए लक्षणों के समान हैं, हालांकि मेडिकली ये कम गंभीर हैं. डब्ल्यूएचओ ने मंकी पॉक्स को एक आभासी जूनोसिस घोषित किया है.

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एमपॉक्स के प्रकोप को लेकर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी:

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) को अफ्रीका में इसके बढ़ते प्रसार के कारण पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. यह घोषणा संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी की इमरजेंसी कमेटी की बैठक के बाद की गई और अफ्रीका रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र द्वारा एमपॉक्स को महाद्वीप पर पबल्कि हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने के एक दिन बाद की गई.

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डब्ल्यूएचओ ने इस साल अफ्रीका में 14,000 से ज्यादा मामले और 524 मौतें होने की सूचना दी है, जो पिछले साल के आंकड़ों से ज्यादा है. इनमें से 96 प्रतिशत से ज्यादा मामले कांगो में केंद्रित हैं, जहां वायरस का एक नया, संभवतः ज्यादा संक्रामक रूप चिंता का विषय बन रहा है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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