Dry Nipples : ड्राई निपल्स की समस्या न सिर्फ महिलाओं में बल्कि पुरुषों में भी होती है. इसके कारण इनकन्वेनैंस और इचिंग हो सकती है. निपल्स में ड्राईनेस, क्रेक्स और ईचिंग एक आम समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है. इस आर्टिकल में, हम जानेंगे कि ड्राई निपल्स के कारण क्या हो सकते हैं और इसका इलाज किस तरह किया जा सकता है. ज्यादातर मामलों में, यह टैम्परेरी होता है और होम रेमेडी या ओटीसी क्रीम से ठीक हो जाता है. लेकिन, अगर आपको डाउट है कि आपके निपल्स में कोई सीरियस प्रॉब्लम हो सकती है, तो समय रहते डॉक्टर से सलाह लें.
ड्राई निपल्स क्या है? जानें इसके कारण लक्षण और इलाज | Dry Nipples: Causes, other symptoms, treatments
ड्राई निपल्स की समस्या क्या है (What do you mean by Dry Nipples)
निपल्स की ड्राईनेस एक सामान्य समस्या है, जो किसी न किसी कारण से हो सकती है. कभी-कभी इस समस्या से कोई प्रॉब्लम नहीं होती है, लेकिन अगर लक्षण ज्यादा गंभीर हो जाएं या लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी हो सकता है.
ड्राई निपल्स के कारण (Causes of dry nipples | Dry Nipples Kyu hote hain)
1. शैफिंग : निपल्स के आसपास की स्किन शरीर के दूसरे हिस्सों के कम्पेयर में ज्यादा सेंसिटिव होती है. जब ये टिश्यू कपड़ों या दूसरी चीजों से रगड़ते हैं, तो निपल्स में ड्राईनेस, क्रेक्स और कभी-कभी दर्द हो सकता है. यह समस्या ज्यादातर फिजिकल एक्टिविटीस जैसे एक्सरसाइज, रनिंग या सेक्सुअल एक्ट के दौरान होती है. ठंडे मौसम में भी स्किन के डाई होने की संभावना बढ़ जाती है.
2. यीस्ट इंफेक्शन : यीस्ट इंफैक्शन मुख्य रूप से कैंडिडा अल्बिकन्स नामक फंगस के कारण होता है. यह इंफेक्शन विशेष रूप से महिलाओं को इफेक्ट करता है और निपल्स में ड्राईनेस और दर्द पैदा कर सकता है. ब्रेस्टफीडिंग के दौरान या एंटीबायोटिक्स के सेवन से भी यह इंफेक्शन हो सकता है. इस इंफेक्शन से राहत पाने के लिए निपल्स को सूखा और ठंडा रखना जरूरी है.
3. कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस : अगर निपल्स किसी विदेशी वस्तु से संपर्क करते हैं, तो यह एलर्जी रिएक्शन पैदा कर सकता है. इसे कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस की सूजन या एक्जिमा भी कहा जाता है. इसके कारण खुजली, सूजन और दर्द हो सकते हैं. इस समस्या से बचने के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें जो निपल्स के लिए सेफ हों, जैसे खुशबूदार साबुन, परफ्यूम्स और अन्य केमिकल से दूर रहना चाहिए.
4. हार्मोनल परिवर्तन : महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण निपल्स में ड्राईनेस, सॉफ्टनेस और इचिंग हो सकती है. प्रेगनेंसी के दौरान भी हार्मोनल बदलावों के कारण निपल्स ड्राई और पेनफुल हो सकते हैं.
5. पगेट डीसीज और ब्रेस्ट कैंसर : यह ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ा एक रेयर डिजीज है, जिसमें निपल्स के चारों ओर ड्राई, पपड़ीदार दाने होते हैं. यह सिचुएशन आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकती है. हालांकि यह स्थिति बहुत रेयर है, लेकिन किसी भी प्रकार के असामान्य बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
ड्राई निपल्स का इलाज (Treatment of dry nipples | Dry Nipples ka ilaj)
1. मॉइस्चराइजिंग क्रीम
ड्राई निपल्स के इलाज के लिए सबसे आसान उपाय है अच्छे मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल. अच्छे मॉइस्चराइज़र निपल्स को हाइड्रेट रखने में मदद कर सकते हैं. ये स्किन को नमी प्रदान करती हैं और ड्राईनेसन दूर करती हैं.
2. कोलाइडल ओटमील
कोलाइडल ओटमील एक नेचुरल प्रॉडक्ट है जो स्किन को रिलैक्स और ठंडा करता है. यह ड्राईनेस और सूजन को कम करने में मदद करता है और निपल्स पर रेडनेस और खुजली को कम करता है.
3. एंटी फंगल क्रीम
अगर निपल्स में यीस्ट इंफैक्शन है, तो एंटी फंगल क्रीम का इस्तेमाल किया जा सकता है. ये क्रीम इंफेक्शन को ठीक करती हैं और निपल्स को राहत प्रदान करती हैं.
4. ड्राई कपड़े पहनना
निपल्स को ठंडा और सूखा रखने से थ्रश जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. इसके अलावा, कपड़े बदलने और निपल्स को हर समय सूखा रखने से शैफिंग और इंफेक्शन की संभावना कम हो सकती है.
5. एंटीहिस्टामाइन
अगर ड्राई स्किन एलर्जी रिएक्शन के कारण हो रहा है, तो एलर्जी दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है. यह खुजली और सूजन को कम करने में मदद करेगा.
गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ड्राई निपल्स | Dry Nipples During Pregnancy
गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण निपल्स में ड्राईनेस और सॉफ्टनेस हो सकती है. इस समय निपल्स का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए और मॉइस्चराइजिंग क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए.
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान, शिशु के बार-बार दूध पीने के कारण निपल्स में ड्राईनेस, क्रेक्स और दर्द हो सकता है. इस स्थिति में निपल्स की सही तरीके से देखभाल करना और अगर समस्या बढ़ जाए, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है.
रोकथाम के उपाय | Dry Nipples se Bachav
1. एक्सरसाइज करते समय सही कपड़े पहनना : ऐसी शर्ट पहनें जो निपल्स से रगड़ने वाली न हो. विशेष रूप से, एक्सरसाइज या रनिंग के दौरान निपल्स को सेफ्टी देने के लिए चिपकने वाली पट्टियां लगाई जा सकती हैं.
2. स्टिमुलेटिंग से बचें : जब निपल्स ड्राई या फटे हुए महसूस हो रहे हों, तो उन्हें स्टिमुलेट करने से बचें क्योंकि इससे जलन और बढ़ सकती है.
3. एलर्जी से बचें : जो लोग स्पेशल प्रोडक्ट्स से एलर्जी रखते हैं, उन्हें उनसे बचना चाहिए. अगर संपर्क हो जाए, तो स्किन को तुरंत धो लें.
4. हेल्दी लाइफ स्टाइल : ब्रेस्ट कैंसर और दूसरी ब्रेस्ट प्रॉब्लम्स से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, नियमित एक्सरसाइज करें और शराब और धूम्रपान से दूर रहें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)