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Phenol Peel: अपने लीवर और किडनी को डिटॉक्सीफाई करने और स्किन को ठीक करने के लिए टॉक्सिक चीजों को अपने सिस्टम से निकालने के लिए काफी सावधानी से फिनोल पील का इस्तेमाल करना होता है.

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Phenol Peel: स्किन खासकर चेहरे पर लंबे समय से मौजूद गहरे मुंहासे के निशान, झुर्रियां और सनबर्न के दाग को हटाने के लिए फिनोल पील का इस्तेमाल आजकल चलन में है. सोशल मीडिया पर भी इसके फायदे का जमकर प्रचार किया जाता है. दावा किया जाता है कि ये सुरक्षित है और इसके इस्तेमाल से स्किन में बहुत अच्छा सुधार ला सकते हैं. हालांकि, समय-समय पर इसको लेकर सेहत से जुड़ी कई तरह की आशंकाएं भी जाहिर की जाती है. अपने लीवर और किडनी को डिटॉक्सीफाई करने और स्किन को ठीक करने के लिए टॉक्सिक चीजों को अपने सिस्टम से निकालने के लिए काफी सावधानी से फिनोल पील का इस्तेमाल करना होता है. नहीं तो इसके खतरनाक साइड इफेक्ट भी सामने आ सकते हैं. आइए, जानते हैं कि फिनोल पील क्या है, इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है और इसके फायदे और जोखिम क्या-क्या हैं?


फेनोल पीलिंग क्या होता है? (What is phenol peeling?)

हमारी स्किन तीन परतों एपिडर्मिस, डर्मिस और हाइपोडर्मिस से बनी होती है. पर्यावरण और सूरज हमारी स्किन को जो नुकसान पहुंचाते हैं, वह सबसे अधिक एपिडर्मिस को प्रभावित करता है. इसके बाद स्किन के बाकी हिस्सों पर असर करता है. फिनोल पील एक रासायनिक पील है जो केवल एपिडर्मिस ही नहीं, बल्कि डर्मिस में भी सुधार करने के लिए काफी गहराई तक जाता है.
 

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कैसे काम करता है फिनोल पील ट्रीटमेंट (How does phenol peel treatment work?)

फिनोल पील ट्रीटमेंट में स्किन की मरम्मत और उसे ठीक करने के लिए प्रभावित ऊतकों को हटाने के लिए डीप पील एजेंट के रूप में फिनोल और कार्बोनिक एसिड का यूज किया जाता है. इससे कमजोर कोलेजन फाइबर को स्किन के भीतर सेट किया जाता है. इससे ऊपर की एपिडर्मिस की बनावट में सुधार होता है. इस पूरी प्रक्रिया से ही बाद में स्किन को नया और फ्रेश लुक मिल जाता है.

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जांच-परख के बाद चुनें फिनोल पील

एक्सपर्ट के मुताबिक, मार्केट में ढेर सारे रासायनिक पील वाले फार्मूले मौजूद होने के कारण, यह जानना काफी मुश्किल होता है कि इनमें से कौन सा फिनोल पील आपकी स्किन की हालत और खूबसूरती को सुधारने में मदद करेगा. झुर्रियों, सूरज की गर्मी से होने वाले नुकसान और दागों को कम करने और स्किन के टोन और बनावट में सुधार करने के लिए इसे काफी जांच के बाद चुनना चाहिए. मोटी झुर्रियों, काफी उम्रदराज स्किन और गहरे मुंहासे के निशानों को ठीक करने के लिए अच्छे और अनुभवी डर्मेटोलॉजिस्ट की जरूरत होती है.

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फिनोल पील रिकवरी कैसी है?

फिनोल पील ट्रीटमेंट के बाद आपकी स्किन पर "फ्रॉस्टिंग" का अहसास होना, साथ ही लालिमा, सूजन, चुभन, पपड़ी बनना और त्वचा का झड़ना पूरी तरह से सामान्य है. आमतौर पर ये साइड इफेक्ट सामने आते हैं और जैसे-जैसे आप ठीक होंगे ये कम हो जाएंगे. इन्हें ठीक होने में लगभग 2-3 सप्ताह लगेंगे. हालांकि कुछ महीनों तक लालिमा बनी रह सकती है. फिनोल पील का काम कुछ ही दिनों में पूरा हो जाना चाहिए और इस दौरान अपनी स्किन की नमी बनाए रखनी चाहिए. फिनोल पील के बाद हफ्तों तक धूप में निकलने से बचना भी काफी अहम है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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