Key Changes In Women After 45: महिलाओं की उम्र जब 40-45 के पड़ाव पर पहुंचती है, तब उनके शरीर में कई बदलाव होने लगते हैं. इसका मुख्य कारण मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) है. यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें महिलाओं का मासिक चक्र स्थायी रूप से बंद हो जाता है और प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है. हालांकि यह शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है, लेकिन इसे समझने और सही लाइफस्टाइल अपनाने से इसे बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है.
मेनोपॉज क्या है? (What Is Menopause)
मेनोपॉज एक ऐसी स्थिति है, जब महिलाओं की ओवरीज़ में हार्मोन्स (एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन) का उत्पादन धीरे-धीरे कम हो जाता है. आमतौर पर यह प्रक्रिया 45-55 साल की उम्र के बीच होती है, लेकिन इसके प्रारंभिक लक्षण 40-45 की उम्र में दिखने शुरू हो जाते हैं. यह प्रक्रिया हर महिला के लिए अलग हो सकती है.
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मेनोपॉज के कारण होने वाले शारीरिक बदलाव (Physical Changes Caused By Menopause)
- हार्मोनल असंतुलन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन लेवल में कमी के कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे कई समस्याएं पैदा होती हैं.
- मासिक चक्र का अनियमित होना मेनोपॉज की शुरुआत में मासिक चक्र अनियमित हो सकता है. यह कभी-कभी जल्दी और कभी लंबे अंतराल में आ सकता है.
- हड्डियों की मजबूती में कमी (ऑस्टियोपोरोसिस) एस्ट्रोजन की कमी से बोन डेंसिटी कम हो जाती है, जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है.
- हॉट फ्लैश और नाइट स्वेट्स महिलाओं को अचानक से गर्मी का एहसास या रात में पसीने की समस्या हो सकती है. यह मेनोपॉज का एक आम लक्षण है.
- मेटाबॉलिज्म की धीमी गति इस उम्र में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना ज्यादा हो जाती है.
- बाल और त्वचा में बदलाव बाल पतले हो सकते हैं और त्वचा में लचीलापन कम हो सकता है.
- रिप्रोडक्टिव सिस्टम में बदलाव योनि की सूखापन और लचीलापन कम होने के कारण महिलाओं को असुविधा का अनुभव हो सकता है.
मेनोपॉज के दौरान मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव (Effects on Mental Health During Menopause)
मूड स्विंग्स: हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं को उदासी, चिड़चिड़ापन या अवसाद महसूस हो सकता है.
नींद की समस्या: अनिद्रा या गहरी नींद न आने की शिकायत आम है.
याददाश्त और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई: इस समय महिलाएं दिमागी थकान का अनुभव कर सकती हैं.
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मेनोपॉज को कैसे मैनेज करें? (How To Manage Menopause?)
बैलेंस डाइट लें: कैल्शियम, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें. हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स और डेयरी प्रोडक्ट्स को अपने रूटीन में शामिल करें.
रेगुलर एक्सरसाइज करें: योग, पैदल चलना और हल्के व्यायाम से हार्मोन्स संतुलित रहते हैं और हड्डियां मजबूत होती हैं.
स्ट्रेस मैनेजमेंट: मेडिटेशन और गहरी सांस लेने की तकनीक से तनाव को कम किया जा सकता है.
डॉक्टर से परामर्श: मेनोपॉज की समस्या को बेहतर ढंग से समझने के लिए मेडिकल हेल्प लें. हार्मोनल रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) भी विचार किया जा सकता है.
हाइड्रेशन पर ध्यान दें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से त्वचा में नमी बनी रहती है और शरीर हेल्दी रहता है.
40-45 की उम्र में महिलाओं के शरीर में होने वाले बदलाव को प्राकृतिक और सामान्य प्रक्रिया के रूप में स्वीकार करना चाहिए. सही जानकारी, हेल्दी लाइफस्टाइल और रेगुलर मेडिकल सलाह से इस दौर को सुगम और सुखद बनाया जा सकता है.
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