कुछ खाने या पीने के बाद पेट फूलने और टाइट महसूस होने की समस्या को पेट फूलना या ब्लोटिंग (stomach bloating) कहते हैं. कुछ लोगों को ब्लोटिंग की समस्या बहुत ज्यादा होती है. ब्लोटिंग का कारण (Causes of bloating) खाई गई चीजों का ठीक से डाइजेशन नहीं होना होता है. इससे छोटी आंत या कोलन में गैस बनने लगती है. ब्लोटिंग की समस्या (bloating problem) से बचने के लिए खानपान का विशेष ख्याल रखना चाहिए. कुछ तरह के फूड्स से दूर रहकर भी ब्लोटिंग से बचा जा सकता है.
इन फूड्स से हो सकती है ब्लोटिंग | Foods That Cause Bloating (and What to Eat Instead)
हाई फाइबर वाले फूड्स
यूं तो फल और सब्जियों जैसे हाई फाइबर वाले फूड्स सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन इनसे ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है. इससे बचने के लिए ऐसे फूड्स को एक बार में बहुत ज्यादा इनटेक से बचना चाहिए.
कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट
कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी ब्लोटिंग का कारण होते हैं. इन्हें खाते ही कोलन में मौजूद बैक्टीरिया के कारण ये फर्मेट होने लगते हैं जिससे गैस बनती है जो ब्लोटिंग का कारण बन जाती है.
इनसे रहें दूर
ब्लोटिंग से बचने के लिए कुछ फूड्स से दूर ही रहना चाहिए. इनमें कुछ सब्जियां जैसे फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली शामिल हैं. फलों में सेब से ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है. बीन्स से ब्लोटिंग की समस्या होती है. खासकर महिलाओं को ब्लोटिंग का समाना करना पड़ता है. बीन्स की जगह हल्के रंगों के दालों को का उपयोग करना चाहिए और इन्हें बनाने के लिए पानी में भिगोकर रखने से ब्लोटिंग से बचा जा सकता है. दालों में मिलने वाले पचने में मुश्किल शुगर के कारण ब्लोटिंग बढ़ती है. दाल को पकाने से पहले कुछ देर पानी में भिगोकर रखने से ब्लोटिंग से बचने में मदद मिल सकती है.
जानलेवा साबित हो सकती है कैंसर के बारे में गलत जानकारी, डॉक्टर से जानिए कैंसर से जुड़े मिथ्स की सच्चाई
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.