पैरों में कुछ चुभ जाना बन सकता है गंभीर इंफेक्शन, बचाव के लिए ऐसे करें फर्स्ट एड

इस तरह की चोट लगने पर सबसे पहले फर्स्ट एड जरूरी है, नहीं तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं कि ऐसे चोट या घाव का फर्स्ट एड (First Aid For Puncture Wound) कैसे करना चाहिए.

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पैरों में हो गया है घाव तो ऐसे करें इलाज.

किसी कील पर पैर रखने से आमतौर पर ज्यादा ब्लीडिंग नहीं होती है. लेकिन ये घाव अक्सर गहरे होते हैं और संक्रमण के खतरे के कारण खतरनाक हो सकते हैं. इसी तरह पैर में कांच या कोई दूसरी नुकीली चीज चुभ जाए तो इसे छिद्रित घाव या पंचर वुंड (puncture wound) कहते हैं. इस तरह की चोट लगने पर सबसे पहले फर्स्ट एड जरूरी है, नहीं तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं कि ऐसे चोट या घाव का फर्स्ट एड (First Aid For Puncture Wound) कैसे करना चाहिए.

छिद्रित घाव के लिए फर्स्ट एड (First Aid For Puncture Wound)

  • सबसे पहले अपने हाथ धोएं, इससे संक्रमण रोकने में मदद मिलती है.
  • खून बहना बंद करने के लिए साफ पट्टी या कपड़े से हल्का दबाव डालें.
  • अब घाव साफ करें. घाव को 5 से 10 मिनट तक साफ पानी से धोएं. अगर घाव में गंदगी या मलबा रह गया है, तो इसे धीरे से साफ़ करने के लिए वॉशक्लॉथ का इस्तेमाल करें. अगर आप सारी गंदगी नहीं हटा सकते तो डॉक्टर से मिलें.
  • एंटीबायोटिक क्रीम या मलहम (नियोस्पोरिन, पॉलीसपोरिन) की एक पतली परत लगाएं. पहले दो दिनों के लिए, उस हिस्से को दोबारा धोएं और ड्रेसिंग बदलते समय दोबारा एंटीबायोटिक लगाएं.
  • किसी-किसी मलहमों में मौजूद कुछ तत्व कुछ लोगों में हल्के दाने का कारण बन सकते हैं. अगर दाने दिखाई दें, तो प्रोडक्ट का इस्तेमाल बंद कर दें और मेडिकल हेल्प लें.
  • घाव को ढक कर रखें. पट्टियां घाव को साफ रखने में मदद करती हैं.
  • ड्रेसिंग बदलते रहे. ऐसा रोजाना करें या जब भी पट्टी गीली या गंदी हो जाए.
  • इंफेक्शन के लक्षणों पर नज़र रखें. अगर घाव ठीक नहीं हो रहा है या आपका दर्द, मवाद, सूजन या बुखार बढ़ रहा है तो डॉक्टर से मिलें. स्किन पर रेडनेस संक्रमण का संकेत है. सांवली त्वचा पर, लालिमा स्पष्ट नहीं हो सकती है, या संक्रमण की धारियां आपकी सामान्य त्वचा की तुलना में बैंगनी-भूरे या गहरे रंग की दिख सकती हैं.

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कब लें मेडिकल हेल्प (When To Seek Medical Help)

  • अगर कुछ मिनटों के सीधे दबाव के बाद भी खून बहता रहता है.
  • अगर किसी जानवर या इंसान के काटने का नतीजा है.
  • अगर घाव गहरा और गंदा है.
  • अगर किसी धातु के कारण चोट लगी है.
  • अगर घाव सिर, गर्दन, अंडकोश, छाती या पेट पर है.
  • जोड़ के ऊपर है और गहरा हो तो भी मेडिकल हेल्प जरूर लें.
  • अगर घायल व्यक्ति को पिछले पांच सालों में टिटनेस का टीका नहीं लगा है और घाव गहरा या गंदा है, तो आपका डॉक्टर बूस्टर की सिफारिश कर सकते हैं. घायल व्यक्ति को चोट लगने के 48 घंटे के भीतर बूस्टर शॉट लगना चाहिए.

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  • अगर घाव बिल्ली या कुत्ते के काटने के कारण हुआ है, तो यह पुष्टि करने का प्रयास करें कि उसका रेबीज टीकाकरण हुआ है या नहीं. अगर यह किसी जंगली जानवर के कारण हुआ है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें कि किन जानवरों में रेबीज होने की सबसे अधिक संभावना है. डॉक्टर के बताए अनुसार ट्रीटमेंट लें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है. 

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