कैल्शियम हड्डियों की ईंट, तो सीमेंट है ये फॉस्फोरस, आज से ही खाएं ये चीजें और बढ़ाएं फॉस्फोरस का स्‍तर

फॉस्फोरस शरीर में कैल्शियम के बाद दूसरा सबसे ज्यादा पाया जाने वाला मिनरल है. शरीर का लगभग 85 प्रतिशत फॉस्फोरस हड्डियों और दांतों में जमा होता है, बाकी मांसपेशियों, खून और कोशिकाओं में काम करता है.

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Phosphorus and Calcium: जब भी सेहत की बात होती है, तो हम ज्यादातर कैल्शियम, आयरन या विटामिन्स का नाम लेते हैं. लेकिन, एक ऐसा मिनरल भी है, जो चुपचाप शरीर के हर कोने में काम करता रहता है. इसका नाम फॉस्फोरस है. अगर कैल्शियम हड्डियों की ईंट है, तो फॉस्फोरस उस ईंट को जोड़ने वाला सीमेंट है. अगर शरीर को चलाने के लिए ऊर्जा चाहिए, तो फॉस्फोरस एक पावर बैंक की तरह काम करता है. 

Phosphorus Trivia: फॉस्फोरस शरीर में कैल्शियम के बाद दूसरा सबसे ज्यादा पाया जाने वाला मिनरल है. शरीर का लगभग 85 प्रतिशत फॉस्फोरस हड्डियों और दांतों में जमा होता है, बाकी मांसपेशियों, खून और कोशिकाओं में काम करता है.

फॉस्फोरस का क्‍या काम है? (What does phosphorus do in your body?)

शरीर की हर हरकत, चलना, उठना, सोचना, सांस लेना, सबके लिए ऊर्जा चाहिए. यह ऊर्जा एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (एटीपी) नाम के अणु से मिलती है और इस एटीपी को बनाने में फॉस्फोरस जरूरी है.

फॉस्फोरस क्‍यों जरूरी है?

फॉस्फोरस नसों और दिमाग के लिए भी बहुत जरूरी है. दिमाग से जो संकेत शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक जाते हैं, उन्हें सही तरीके से पहुंचाने में यह मदद करता है. 

फॉस्फोरस की कमी के क्‍या लक्षण हैं? (Symptoms of phosphorus deficiency?)

यही वजह है कि फॉस्फोरस की कमी होने पर 

  • थकान, 
  • कमजोरी, 
  • चिड़चिड़ापन और 
  • ध्यान लगाने में दिक्कत हो सकती है.

शरीर में फॉस्फोरस की कमी हो जाए तो क्‍या होगा? (What happens if phosphorus is low?)

अगर शरीर में फॉस्फोरस की कमी हो जाए, तो मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं और हड्डियां नरम हो सकती हैं. बच्चों में रिकेट्स और बड़ों में ऑस्टियोमलेशिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

क्‍या जरूरत से ज्यादा फॉस्फोरस लेने के नुकसान हैं? (What is the most common side effect of phosphorus?)

वहीं, अगर फॉस्फोरस जरूरत से ज्यादा हो जाए, तो खासकर किडनी के मरीजों में यह नुकसान कर सकता है. ज्यादा फॉस्फोरस हड्डियों से कैल्शियम खींच लेता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.

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फॉस्फोरस के लिए क्‍या खाएं (What food is high in phosphorus?)

अच्छी बात यह है कि फॉस्फोरस हमें आसानी से खाने से मिल जाता है. दालें, मूंगफली, सोयाबीन, दूध, दही, पनीर, काजू, बादाम, ओट्स और कद्दू के बीज सब फॉस्फोरस के अच्छे स्रोत हैं. प्राकृतिक भोजन से मिलने वाला फॉस्फोरस सबसे सुरक्षित माना जाता है.

आयुर्वेद में फॉस्फोरस का क्‍या नाम है, फॉस्फोरस को हिंदी में क्‍या कहते हैं?

आयुर्वेद में फॉस्फोरस को अलग नाम से नहीं पुकारा गया, लेकिन इसे अस्थि धातु और मज्जा धातु के पोषण से जोड़ा गया है. आयुर्वेद मानता है कि अगर पाचन अग्नि ठीक है, तो शरीर जरूरी पोषक तत्वों को खुद ही सही अवशोषित कर लेता है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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