Cough Syrup बच्चों को कब देनी चाहिए और खरीदते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, जानिए यहां सबकुछ

बच्चों को ज्यादातर खांसी एलर्जी के कारण होती है, जिसके लिए हमेशा कफ सिरप की जरूरत नहीं पड़ती. डॉक्टर की सलाह के बिना सिरप देने से बचें क्योंकि इसमें मौजूद सेडेटिव्स केवल अस्थायी राहत देते हैं, खांसी को ठीक नहीं करते.

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ज्यादातर सर्दी-जुकाम वाली खांसी अपने आप ठीक हो जाती है. ऐसे में आप कुछ घरेलू उपायों से राहत पा सकते हैं.

Cough Syrup precautions : हाल ही में बच्चों की मौत के मामलों ने कफ सिरप की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए हैं, जिसके बाद भारत में और निर्यात किए जाने वाले कफ सिरप पर चिंता बढ़ी है. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि कफ सिरप का इस्तेमाल कब करना चाहिए और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.

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कफ सिरप कब न दें?

ज्यादातर सर्दी-जुकाम वाली खांसी अपने आप ठीक हो जाती है. ऐसे में आप कुछ घरेलू उपायों से राहत पा सकते हैं, जैसे:

भाप लेना - गरम पानी की भाप गले को आराम देती है.
पर्याप्त आराम - शरीर को पूरा आराम देना जरूरी है.
गुनगुना पानी - गुनगुना पानी गले की खराश कम करता है.
सलाइन नेजल ड्रॉप्स - ये बंद नाक में राहत देते हैं.

बच्चों को ज्यादातर खांसी एलर्जी के कारण होती है, जिसके लिए हमेशा कफ सिरप की जरूरत नहीं पड़ती. डॉक्टर की सलाह के बिना सिरप देने से बचें क्योंकि इसमें मौजूद सेडेटिव्स केवल अस्थायी राहत देते हैं, खांसी को ठीक नहीं करते.

कफ सिरप कब लेनी चाहिए?

डॉक्टर की सलाह तभी लें जब -खांसी दो हफ्ते से ज्यादा हो, सांस तेज चल रही हो, तेज बुखार हो, भूख कम लग रही हो या सुस्ती महसूस हो, मरीज तीन महीने से कम उम्र का बच्चा हो.

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घरेलू उपाय करें

हल्की खांसी या वायरल में पहले घरेलू उपाय ही करने चाहिए, जैसे गुनगुना पानी पीना, भाप लेना और एक साल से बड़े बच्चों को थोड़ा शहद देना. अगर खांसी इतनी ज्यादा हो कि सोना मुश्किल हो जाए, या एलर्जी/एसिडिटी के कारण हो, तभी डॉक्टर से मिलें और उनकी सलाह पर दवा लें.

डॉक्टर हमेशा बच्चे के वजन और उम्र के हिसाब से खुराक तय करते हैं, और सिरप को हमेशा दवा के कप या डोजिंग चम्मच से ही दें.

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किस उम्र में सिरप देना सुरक्षित है?

डॉक्टर्स का कहना है कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को बिना डॉक्टर की पर्ची के (ओवर-द-काउंटर) सिरप न दें. दो साल या उससे कम उम्र के बच्चों के लिए विशेष सावधानी बरतें. डॉक्टर की जांच और प्रिस्क्रिप्शन के बिना किसी भी कॉम्बिनेशन सिरप का इस्तेमाल न करें. शहद केवल एक साल से ऊपर के बच्चों को दें.

कफ सिरप खरीदते समय क्या सावधानियां बरतें?

बिना डॉक्टर की पर्ची के कफ सिरप न लें.
हमेशा लाइसेंस वाली फार्मेसी पर ही जाएं.
सिरप पर लिखी सामग्री ध्यान से पढ़ें. डाइएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) और इथिलीन ग्लाइकोल (EG) से दूषित सिरप से बचें, क्योंकि ये बच्चों में किडनी फेलियर और मौत का कारण बन सकते हैं. क्लोरफेनेरमाइन और डेक्सट्रोमेथॉर्फेन जैसे केमिकल्स के दुष्प्रभाव हो सकते हैं.
फार्मासिस्ट से क्वालिटी कंट्रोल के बारे में पूछें.
बिल जरूर लें. कंपनी का नाम, बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट नोट करें.
बच्चों के स्वास्थ्य के लिए, हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही कफ सिरप का इस्तेमाल करें और सावधानी बरतें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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