Chandipura Virus In Gujrat: गुजरात में तेजी से फैल रहे चांदीपुरा वायरस को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को समीक्षा बैठक की. बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, सभी जिला अधिकारी, नगर निगम आयुक्त, नगर पालिका के अधिकारी और तमाम संबद्ध लोगों ने सशरीर या वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री पटेल ने इस बीमारी से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की. उन्होंने रोग से पीड़ित मरीजों का इलाज सुनिश्चित करने के लिए गाइडलाइन दिए.
उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनों और आशा वर्करों को ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर जागरूकता फैलाने की अपील की. साथ ही प्रभावित इलाकों में कीटनाशक रोधी पाउडर के छिड़काव का भी निर्देश दिया.
क्या है चांदीपुरा वायरस? What Is The Chandipura Virus?
आपको बता दें कि चांदीपुरा वायरस, रैबडोविरिडे परिवार का एक सदस्य है, जो फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है और तीव्र इंसेफेलाइटिस, मस्तिष्क की गंभीर सूजन का कारण बन सकता है. इसकी पहचान सबसे पहले 1965 में महाराष्ट्र में हुई थी और इसे देश में इंसेफेलाइटिस बीमारी के विभिन्न प्रकोपों से जोड़ा गया है.
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जानकारी के मुताबिक, राज्य में अब तक 27 संदिग्ध मामले सामने आए हैं और 15 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के 12 जिलों में वायरस का पता चला है. अब तक सामने आये 27 मामलों में से 24 गुजरात के हैं और अन्य तीन दूसरे राज्यों से गुजरात आए हैं. सबसे ज्यादा मामले साबरकांठा और अरावली में पाए गए हैं जहां सिल्वरपुरा से चार-चार लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने सिल्वरपुरा की चार साल की बच्ची में वायरस की पुष्टि की है.
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