High Uric Acid को कंट्रोल करने और जोड़ों के दर्द को कम करने में मददगार हैं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

High Uric Acid Remedies: हाई यूरिक एसिड जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बन सकता है. यहां कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय दिए गए हैं.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
High Uric Acid Remedies: हाई यूरिक एसिड आपके जोड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है.

Ayurvedic Remedies For Uric Acid: हाई यूरिक एसिड आपके जोड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. गठिया जैसी कुछ जोड़ों की स्थितियां तब होती हैं जब यूरिक एसिड क्रिस्टल एक जोड़ में जमा हो जाते हैं. जोड़ों में सूजन और दर्द को रोकने के लिए यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करना महत्वपूर्ण है. यूरिक एसिड मूल रूप से शरीर में बनाया गया एक प्राकृतिक अपशिष्ट उत्पाद है जो मछली, शराब, सी फूड, कुछ मीट आदि जैसे प्यूरीन के साथ भोजन को पचाता है. जबकि हमारी किडनी आमतौर पर यूरिक एसिड को फिल्टर करती है लेकिन इसकी अधिक मात्रा हमारे जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए कहर ढा सकती है. इससे बचने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने की सलाह दी जाती है. व्यायाम, हेल्दी भोजन का सेवन, यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए ढेर सारा पानी पीना. आयुर्वेद में कुछ ऐसे उपाय भी हैं जो यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने में फायदेमंद हो सकते हैं. यहां यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के घरेलू उपचारों की लिस्ट दी गई है.

यूरिक एसिडको कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक तरीके | Ayurvedic Ways To Control Uric Acid

1. पुनर्नवा काढ़ा

यह अपने औषधीय गुणों के अनुसार जोड़ों की सूजन को कम करता है. जब यूरिक एसिड अधिक होता है, तो जोड़ों में सूजन हो जाती है जो तरल पदार्थ और विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण होती है. पुनर्नवा अपने औषधीय गुणों से पेशाब के जरिए विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद कर सकता है. इसमें तरल पदार्थ निकालने के कुछ बेहतरीन गुण हैं. इसका नियमित सेवन जोड़ों की समग्र सूजन को कम कर सकता है.

2. गुगुल

गुगुल कई प्रकार के होते हैं जिन्हें मिलाकर कई दवाएं बनाई जाती हैं. आयुर्वेद में, इसे दर्द निवारक माना जाता है क्योंकि यह जोड़ों के आसपास दर्द, सूजन को कम करता है और यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद करता है.

Advertisement

3. गुडुचि

यह यूरिक एसिड के लिए क्रिया की मुख्य औषधि है. यह पित्त की मात्रा को कम करता है. यह पित्त और वात दोष को संतुलित करने और रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करता है. यह जोड़ों के दर्द और सूजन से भी छुटकारा दिलाता है. साथ ही गुडूची से अमृतादि गुगुल बनाया जाता है जो यूरिक एसिड के स्तर के लिए सबसे अच्छा काम करता है.

Advertisement

4. मुस्ता हर्ब

इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए यह एक और प्रभावी जड़ी बूटी मानी जाती है. आप मुस्ते का दरदरा पाउडर ले सकते हैं, रात भर भीगने के बाद पानी में उबाल लें. आपको इसे छान कर पीना है.

Advertisement

5. काली किशमिश

किशमिश खाने से बोन डेंसिटी अच्छी होता है और गठिया और गाउट का खतरा कम होता है. आप 10-15 काली किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर रख दें और उस पानी को पी लें और अगली सुबह किशमिश चबाएं.

Advertisement

सावधान! अश्वगंधा खाने के खतरनाक नुकसान

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
 

Featured Video Of The Day
Congress UP Protest: योगी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी कांग्रेस, बैरिकेडिंग पर चढ़े कार्यकर्ता