दालचीनी असली है या नकली, कैसे करें पहचान जानिए यहां आसान टिप्स

अगली बार जब भी आप दालचीनी खरीदें, तो यहां दिए गए टिप्स का ध्यान जरूर रखें. अपनी सेहत के साथ कोई समझौता न करें और हमेशा असली दालचीनी का ही इस्तेमाल करें.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Fake cinnamon : दालचीनी असल में 'सिनामोमम' पेड़ की अंदरूनी छाल से बनती है.

Asli nakli dalcheni : इन दिनों मार्केट में धड़ल्ले से नकली और खराब क्वालिटी दालचीनी बिक रही है और हममें से ज्यादातर लोग बिना जानें खरीद भी लेते हैं. ये नकली दालचीनी आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है, क्योंकि इसमें 'कौमारिन' नाम का एक केमिकल होता है, जिससे लीवर को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में आपको असली-नकली दालचानी पहचानना बहुत जरूरी है. आज के इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में बताएंगे, ताकि आपकी सेहत को कोई नुकसान न पहुंचे.

यह भी पढ़ें

शादी या किसी पार्टी फंक्शन में जा रहे हैं तो इन 2 चीजों को हाथ भी न लगाएं, पड़ सकते हैं लंबा बीमार

असली और नकली दालचीनी में फर्क

बाजार में मुख्य रूप से दो तरह की दालचीनी मिलती है: सिनामोमम वेरम (Cinnamomum verum) और सिनामोमम कैसिया (Cinnamomum cassia).

सिनामोमम वेरम को ही असली दालचीनी कहा जाता है. इसे 'सीलोन दालचीनी' भी कहते हैं. ये मुख्य रूप से श्रीलंका और भारत के दक्षिणी हिस्सों में पाई जाती है. असली दालचीनी का स्वाद मीठा और हल्का होता है. इसमें 'यूजेनॉल' और 'सिनामलडिहाइड' जैसे फायदेमंद कंपाउंड ज्यादा होते हैं. असली दालचीनी आसानी से नहीं मिलती, इसलिए ये थोड़ी महंगी होती है.

वहीं, सिनामोमम कैसिया को नकली दालचीनी कहते हैं. इसकी शुरुआत दक्षिणी चीन से हुई थी और अब ये पूरे पूर्वी और दक्षिणी एशिया में खूब उगती है. इसका स्वाद थोड़ा तीखा होता है और इसमें 'कौमारिन' नाम का केमिकल असली दालचीनी से कहीं ज्यादा होता है. ज्यादा कौमारिन खाने से सेहत को नुकसान हो सकता है. ये सस्ती होती है और ज्यादातर लोग इसे ही असली दालचीनी समझ लेते हैं.

लेकिन इनकी रंग और बनावट एक जैसी होती है ऐसे में फिर पहचान करना मुश्किल हो जाता है..इसलिए आपको कुछ ट्रिक्स का यूज करना होगा, जिसके बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं...

रंग से पहचानें

असली दालचीनी का रंग हल्का भूरा या पीला-भूरा होता है.

नकली कैसिया दालचीनी गहरे लाल-भूरे रंग की होती है.

बनावट और टेक्सचर

असली दालचीनी - इसकी छाल पतली, कागज जैसी होती है, जो कई परतों में मुड़ी हुई होती है. यह नरम होती है और हाथ से आसानी से टूट जाती है.

Advertisement

नकली दालचीनी - इसकी छाल मोटी, सख्त होती है और एक ही परत में मुड़ी होती है. यह बहुत मजबूत होती है और इसे तोड़ने के लिए पीसना पड़ता है. एक स्टिक को मोड़कर या तोड़ने की कोशिश करें. अगर वह आसानी से पतले टुकड़ों में टूट जाए, तो समझो वह असली है.

खुशबू से पहचानें

असली दालचीनी - इसकी खुशबू हल्की, मीठी और थोड़ी खट्टी या लौंग जैसी होती है. सीलोन दालचीनी की खुशबू बहुत तेज नहीं होती है.

Advertisement

नकली दालचीनी -  इसकी खुशबू बहुत तेज, तीखी और मसालेदार होती है. बस पैकेट सूंघकर देखें, अगर खुशबू बहुत तीखी लगे, तो समझो वो कैसिया है.

स्वाद से पहचानें

असली दालचीनी -  इसका स्वाद हल्का और मीठा होता है.

नकली दालचीनी -  इसका स्वाद तेज, कसैला, कड़वा और तीखा होता है.

धूम्रपान करने वालों को खांसी की दिक्कत क्यों होती है?

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
UP News: Baghpat में ट्रिपल मर्डर से सनसनी, दो नाबालिगों ने की हैवानियत! | NDTV India
Topics mentioned in this article