Tips From Aacharya Prashant : हर माता पिता को अपने बच्चों से बेहद लगाव होता है. लेकिन प्यार और केयर के मामले में मां का पलड़ा पिता की तुलना में थोड़ा भारी होता है. बच्चों की परवरिश में माताएं इस कदर मग्न हो जाती हैं उनकी जिंदगी संवारते-संवारते वे अपने शौक, जरूरतें, पसंद न पसंद सब दरकिनार कर देती हैं. यही बच्चे गोद से उतर कर कब जिंदगी की रेस में शामिल हो जाते हैं पता ही नहीं चलता. इन सबके में पीछे छूट जाती है तो वो है एक मां की खुद की अपनी लाइफ, जिसे वो सभी की जिम्मेदारियां पूरी करते-करते अपनी तरह से जी ही नहीं पाईं. अगर आपका बच्चा बड़ा हो गया है तो माताओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए आइए जानते हैं प्रशांत त्रिपाठी से.
माताओं को आचार्य की सीख (Aacharya Prashant Gives Tips To Mother)
प्रशांत त्रिपाठी का कहना है कि भारत में जब बच्चा स्वतंत्र हो जाता है तो हर माताओं को एक नया जन्म मिलता है. इसके पहले मां सिर्फ एक मां ही रहती हैं. उनकी कोई हस्ती नहीं होती. उसकी हस्ती बच्चे पर आश्रित होती है. लेकिन जब बच्चा स्वतंत्र हो जाए, तो आपको अपनी लाइफ अपने तरीके से जीना चाहिए.
प्रशांत त्रिपाठी के अनुसार आप अपने आप को इतना व्यस्त कर लें कि आपको अपने बच्चों के कॉल का इंतजार ही न करना पड़े. जब आपके बच्चे आपको कॉल करें तब आप उन्हें कहें कि आप अपनी लाइफ को अच्छे से एंजॉए करें, मैं भी अपनी लाइफ अपने शौक पूरे करने में व्यस्त हूं. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि अपने बच्चे से कहें कि ये दिन गर्ल फ्रेंड को कॉल करने के हैं मुझे नहीं.
इस वीडियो के माध्यम से प्रशांत त्रिपाठी हर उन माताओं को मैसेज देना चाहते हैं जिनके बच्चे पढ़ाई या जॉब के लिए घर से दूर हैं और अपने माता-पिता को लगातार कॉल नहीं कर पाते. ऐसे में इंडियन मॉम के मन में कई तरह के विचार आते हैं. जिससे बचने के लिए हर मम्मियों को अपने आप को उन कामों में व्यस्त रखना चाहिए जिन्हें करने से उन्हें सुकून मिलता है.
कौन हैं प्रशांत त्रिपाठी
प्रशांत त्रिपाठी एक भारतीय दार्शनिक, लेखक, और अद्वैत टीचर हैं. प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन नाम का NGO चलाते हैं. इनके यूट्यूब पर 46.7 मिलियन फॉलोअर्स हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)