महाराष्ट्र में बेक़ाबू कोरोना! मामलों में 127 फीसदी उछाल

मुंबई में बीते 24 घंटों में 2,377 मामले दर्ज किए गए हैं. 13 दिनों में मुंबई के कोविड आँकड़ों में 100% बढ़ोतरी हुई है. नाशिक में एक दिन में 2,126 तो ठाणे में 1952 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं. 24 घंटों में देश में दर्ज नए मामलों में 61% केस महाराष्ट्र से हैं.

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महाराष्ट्र में कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है. यहां कोव‍िड 19 के नए मामले महज़ 13 दिनों में 127 फीसदी बढ़े हैं. राज्य में एक दिन में 23,179 नए मरीज मिले. यह आंकडा सितंबर के बाद सबसे ज़्यादा बड़ा माना जा रहा है. राज्य में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित 5 ज़िले हैं पुणे, नागपुर, नाशिक, ठाणे और मुंबई. इन आंकड़ों के अनुसार देश का सबसे प्रभावित ज़िला पुणे ही है. पुणे की मंडियों में भीड़, कोविड नियमों की अनदेखी देखने को मिल रही है. 

मुंबई में 13 दिनों में 100 फीसदी मामले बढ़े हैं. यहां बीते 24 घंटों में 2,377 नए मामले देखने को मिले. मुंबई में अक्टूबर महीने बाद सबसे बड़ा उछाल है. बीएमसी का कहना है कि इस उछाल का कारण टूरिस्ट, ट्रैवेल बढ़ना, ट्रेन शुरू होना जैसे कई कारण इसके पीछे हैं. इसके अलावा विदेश से आया वायरस का नया स्ट्रेन भी शायद इसका कारण हो सकता है.

महाराष्ट्र राज्य में कोरोना फिर बेक़ाबू हो रहा है, सितम्बर महीने के बाद सबसे बड़ी उछाल दिखी, 24 घंटों में 23,000 से ज़्यादा मामले रिपोर्ट हुए, महज़ 13 दिनों में 127% मामले बढ़े हैं. वहीं में 13 दिनों में केसस में 100% बढ़ोतरी हुई हैं. 

महाराष्ट्र में कोरोना फिर बेक़ाबू हो रहा है. इस साल पहली बार एक दिन में 23,179 नए केस मिले हैं. सितम्बर महीने के बाद ये सबसे बड़ी उछाल है, महज़ 13 दिनों में ही मामलों में 127% बढ़ोतरी हुई है. महाराष्ट्र के 5 ज़िलों - पुणे, नागपुर, नाशिक, ठाणे और मुंबई में कोरोना सबसे विकराल रूप में दिख रहा है.  पुणे देश का सबसे ज़्यादा कोरोना पीड़ित ज़िला है. बुधवार को सबसे ज्यादा 4,724 केस पुणे में दर्ज किए गए. नागपुर में पिछले 24 घंटे में 3,405 नए केस आए हैं. 

मुंबई में बीते 24 घंटों में 2,377 मामले दर्ज किए गए हैं. 13 दिनों में मुंबई के कोविड आँकड़ों में 100% बढ़ोतरी हुई है. 

नाशिक में एक दिन में 2,126 तो ठाणे में 1952 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं. 24 घंटों में देश में दर्ज नए मामलों में 61% केस महाराष्ट्र से हैं.

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सबसे ज़्यादा पीड़ित ज़िला होने के बावजूद पुणे की मंडी में लोग कोरोना से बेख़ौफ़ सामाजिक दूरी के नियमों को तोड़ रहे हैं. वहीं मुंबई की मंडियों, बाज़ारों और ट्रेनों में भीड़ भी डराती है... बढ़ते मामले के साथ कोविड बेड भी जल्दी भर रहे हैं. जनवरी से फ़रवरी मध्य तक मुंबई में जहां 85-90% कोविड बेड ख़ाली थे वहीं अब 55% बचे हैं. 

एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर सुरेश ककानी का कहना है कि मुंबई में मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. लेकिन अस्सी फ़ीसदी से ज़्यादा लोग एसिम्प्टमैटिक हैं वो राहत की बात है. वजह क्या है बढ़ने की? नया स्ट्रेन या अन्लॉकिंग? टुरिस्ट बढ़े हैं, ट्रेन हमने लोगों के लिए चला दी हैं, फ़ॉरेन टुरिस्ट बढ़े हैं. फ़ॉरेन स्ट्रेन भी कारण हो सकता है...

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इधर, पालघर में एक आश्रम स्कूल के क़रीब 30 स्टूडेंट्स और एक टीचर को कोरोना होने के बाद महाराष्ट्र के पालघर जिले के सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल और निजी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं. हालांकि आर्थिक राजधानी मुंबई में नाइट कर्फ़्यू या लॉकडाउन लगाने के मूड में फ़िलहाल सरकार नहीं है. 

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