हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई. विधानसभा का घेराव करने जा रहे ABVP कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई छात्रों को चोटें आईं और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.
जोरावर स्टेडियम के पास बवाल
ABVP ने अपनी मांगों को लेकर आज विधानसभा की ओर कूच किया. प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को जोरावर स्टेडियम के पास पुलिस ने रोक दिया. हालांकि, जब विद्यार्थी परिषद के सदस्य विधानसभा की ओर जबरन आगे बढ़ने लगे, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भीड़ उग्र हो गई. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा. इस लाठीचार्ज में ABVP के कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं. यह गतिरोध और प्रदर्शन लगभग तीन घंटे तक जारी रहा, जिसके बाद स्थिति को शांत किया जा सका.
ABVP ने लगाया "अकारण लाठीचार्ज" का आरोप
ABVP ने पुलिस पर अकारण और अत्यधिक बल प्रयोग करने का गंभीर आरोप लगाया है. परिषद के नेताओं का कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने बेवजह लाठीचार्ज किया. एक और गंभीर आरोप लगाते हुए ABVP ने कहा कि हिमाचल पुलिस के पुरुष कर्मचारियों ने छात्राओं पर लाठीचार्ज किया, जो नियमों का उल्लंघन है. संगठन ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस की सफाई: वीडियो फुटेज की हो रही जांच
लाठीचार्ज के दौरान पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. घटना के संबंध में पुलिस ने कहा है कि वे इस पूरे घटनाक्रम में उपलब्ध वीडियो फुटेज के आधार पर जानकारी एकत्र कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन का कहना है कि वे सभी सबूतों की जांच करेंगे और जो भी इस हिंसा के लिए दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. शीतकालीन सत्र के दौरान विभिन्न संगठनों का सरकार से मिलना और विधानसभा का घेराव करना सामान्य है, लेकिन इस बार ABVP के प्रदर्शन के दौरान हुई यह हिंसक झड़प सुरक्षा व्यवस्था और छात्रों के प्रदर्शन के तरीके पर गंभीर सवाल खड़े करती है.














