चावल हम में से ज्यादातर लोगों के लिए एक मुख्य भोजन है. हम इसे एक पौष्टिक भोजन बनाने के लिए दाल, सब्जी, चिकन करी और बहुत सी चीजों के साथ पेयर करते हैं. लेकिन जब भी हम एक हेल्दी डाइट रिजाइम के बारे में बात करते हैं, तो सबसे पहले हम लिस्ट से चावल को हटाते हैं - खासतौर से, सफेद चावल. वास्तव में, सफेद चावल, अनादिकाल से, हेल्थ और फिटनेस की दुनिया में बहस का एक बड़ा विषय बना हुआ है. पर क्यों? दिल्ली बेस्ड हेल्थ और न्यूट्रीशन एक्सपर्ट डॉ. गार्गी शर्मा बताती हैं, "अगर सफेद चावल को पॉलिश करने की आगे की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, तो इसकी एल्यूरोन परत हट जाती है जिससे पोषक तत्वों का नुकसान होता है." यही वजह है कि एक्सपर्ट वेट लॉस डाइट पर लोगों के लिए सफेद चावल के हटाने (या सीमा) का सुझाव देते हैं. टेंशन न लें, तब यहां पर ब्राउन राइस काम आता है! इन सालों में, ब्राउन राइस ने स्वास्थ्य जगत में लोकप्रियता का एक अच्छा हिस्सा पा लिया है - इसकी समृद्ध न्यूट्रीयंट प्रोफ़ाइल की वजह से.
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सफेद चावल बनाम ब्राउन चावल: कौन सा स्वस्थ है?
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, प्रोसेसिंग के कारण सफेद चावल में विटामिन, फाइबर और अन्य सहित कई जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. सीधे शब्दों में कहें तो सफेद चावल एक स्टार्च के अलावा और कुछ नहीं है जो हमारे समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
दूसरी ओर, ब्राउन चावलआंशिक रूप से छिलके वाले होते हैं, मतलब, आप चोकर को चबा सकते हैं, इसमें बहुत से प्रॉपर्टिज होती है जिनमें मैंगनीज, कैल्शियम, फाइबर और प्रोटीन सहित कई फायदेमंद गुण पाए जाते हैं.
Benefits Of Brown Rice: ब्राउन राइस को हेल्दी क्यों माना जाता है?
1. एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर:
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉलिक्यूलर साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने हाल ही में एक एंटीऑक्सिडेंट - साइक्लोआर्टेनिल फेरुलेट (सीएएफ) की पहचान की है - जो ब्राउन राइस को सुपर हेल्दी बनाता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि सीएएफ कोशिकाओं को सीधे एंटीऑक्सिडेंट प्रभाव के माध्यम से तनाव से और अप्रत्यक्ष रूप से कोशिकाओं के भीतर एंटीऑक्सिडेंट के उत्पादन को बढ़ावा देकर की रक्षा कर सकता है.
2. पाचन के लिए अच्छा है:
ब्राउन राइस में फाइबर में हा होता है जो मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को मजबूत करता है. ये कारक एसिडिटी, इंडाइजेशन, आंतो से जुड़े मुददों कम करते हैं, समग्र आंत स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं.
3. वजन घटाने को बढ़ावा देना:
फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध, ब्राउन चावल को वेट लॉस डाइट वाले लोगों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. जबकि एंटीऑक्सिडेंट आपको डिटॉक्स करने में मदद करते हैं, डायटरी फाइबर लोगों को लंबे समय तक पूर्णता का एहसास कराता है.
4. ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करें:
विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, रोजाना एक कप ब्राउन राइस का सेवन करने से डायबिटिज का खतरा को 60 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. ब्राउन राइस में मौजूद डाइटरी फाइबर उस दर को धीमा करने में मदद करता है जिस पर कार्ब्स ब्लड शुगर में परिवर्तित हो जाते हैं. इसलिए, ब्राउन राइस को ग्लाइसेमिक इंडेक्स पर कम माना जाता है.
5. कोलेस्ट्रॉल को प्रबंधित करें:
डॉ. गार्गी शर्मा बताती हैं कि ब्राउन राइस को इसके पोषक तत्वों से भरपूर प्रोफाइल के कारण एक संपूर्ण अनाज माना जाता है. यह आगे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रबंधित करने और हृदय रोगों के जोखिम को रोकने में मदद कर सकता है.
ब्राउन राइस को प्रो की तरह कैसे पकाएं:
सफेद चावल के विपरीत ब्राउन राइस को पकने में ज्यादा समय लगता है. चावल उबालने के लिए आप बर्तन और प्रेशर कुकर दोनों का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको सिर्फ ध्यान रखने की जरूरत है - खाना पकाने के समय को बचाने के लिए ब्राउन राइस को पहले से भिगो दें. यहां हम आपको ब्राउन राइस को प्रेशर कुकर में पकाने की स्टेप बाइ स्टेप प्रक्रिया के बारे में बताते हैं. यहां देखें:
ब्राउन राइस बनाने की स्टेप बाइ स्टेप रेसिपी:
चावल को करीब दो घंटे के लिए भिगो दें. समय बचाने के लिए आप रात भर भी भिगो सकते हैं.
एक कप चावल के लिए दो कप पानी लें. चावलों को नरम बनाने के लिए आप आधा कप पानी और डाल सकते हैं.
प्रेशर कुकर को मीडियम आंच पर रखें.
करीब सात से आठ सीटी तक सीटी आने दें.
गैस बंद कर दें और भाप निकलने दें. बीच में ढक्कन ना खोलें.
अब जब आप इसे खोलते हैं, तो आपके पास एकदम परफेक्ट ब्राउन राइस तैयार होते हैं.
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अब जब आप जानते हैं कि ब्राउन राइस कैसे पकाने हैं, तो यहां आपके लिए ब्राउन राइस बेस्ड कुछ रेसिपी हैं जिन्हें आप आजमा सकते हैं. ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.