How to avoid eating too sugar: आज के समय में लोगों को तीखे से ज्यादा मीठा पसंद आता है, आज कल लोग पेस्ट्री, कुकीज़, कैंडी और चॉकलेट जैसी मीठी चीजों को खाना ज्यादा पसंद करते पसंद करते हैं, लेकिन क्या कभी अपने सोचा है? कि आपके इतना मीठा खाने के पीछे वजह क्या है? या आपको मीठा क्यों पसंद हैं? इसलिए आज इस लेख में हम आपके लिए पोषण विशेषज्ञ अंजलि मुखर्जी द्वारा दी गई कुछ महत्पूर्ण जानकारी लेके आएं हैं. बता दें हाल ही में अंजलि मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में मीठे के प्रति लोगों के बढ़ते प्यार पर प्रकाश डाला और और बढ़ते मीठे लवर्स की वजह भी बताई.
ज्यादा मीठा खाने के क्या हो सकते हैं नुकसान
लॉन्ग टर्म कंडीशनिंग
पोषण विशेषज्ञ अंजलि मुखर्जी के मुताबिक लॉन्ग टर्म कंडीशनिंग अक्सर ज्यादा चीनी का खाने का कारण बनती है. अगर आप ज्यादा चीनी का सेवन करते हैं तो ध्यान रखें ज्यादा खाना आपकी आदत में बदल सकता है.
इमोशनल रिस्पान्स
चीनी का सेवन हमारे ब्रेन के कुछ पार्ट्स में असर करता है, जिसे रिवार्ड पाथवे भी कहा जाता है. इससे डोपामाइन रिलीज में वृद्धि होती है, जो हमारे मूड को अच्छा रखती है और हमारी चीनी खाने की आदत को और बढ़ाती है.
कम खाना
अगर आप ऐसा सोचते हैं कि आप अपनी रेगुलर मील्स के दौरान ज्यादा न खाकर आपने आप को स्वस्थ रख रहें हैं, तो बता दें आप एकदम गलत है. ज्यादा देर तक बिना खाए रहने से आपका शरीर ज्यादा मात्रा में मीठे की डिमांड कर सकता है.
पोषक तत्व की कमी
अगर आप एक मीठा लवर और चीनी खाएं बिना नहीं रह पाते या चक्कर महसूस करते हैं, तो मदद ज़रूर लें, क्योंकि ये लक्षण आगे चल कर आपकी शरीर में कई समस्याओं का घर बन सकते हैं.
हार्मोन में उतार-चढ़ाव
घ्रेलिन नामक भूख हार्मोन मीठे के लिए आपका ज्यादा प्यार का कारण बन सकता है. कुछ स्टडीज की मानें तो चीनी खाने से घ्रेलिन का स्तर बढ़ जाता है, जो चीनी खाने की चाह को और बढ़ाता है.
नींद की कमी
वैसे ये कहा जाता है कि रोजाना नौ घंटे की नींद लेना जरुरी है क्यूंकि जब हमें पर्याप्त नींद नहीं मिलती है तब हमारा शरीर और दिमाग दोनों अलग व्यवहार करते हैं. ऐसे में माना जाता है कि नींद की कमी से आपकी चीनी की ज़रूरत बढ़ सकती है.
खराब गट हेल्थ
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट समस्याएं, गट में सूजन, और खराब गट हेल्थ भी आपके चीनी की चाह को बढ़ाते है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)