दिल्ली अपने छोले भटूरे के लिए फेमस है, इस बात में कोई शक नहीं है. छोले भटूरे पूरे शहर भर में अनगिनत जगहों पर मिल जाता है. बड़े से बड़े रेस्तरां से लेकर सड़क किनारे लगी रेडियों तक में आपको छोले-भटूरे खाते हुए लोग नजर आ ही जाते हैं. मसालेदार छोले और डीप-फ्राइड भटूरे का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. यहां तक की क्रिकेट के दिग्गज कहे जाने वाले विराट कोहली भी दिल्ली के छोले-भटूरों के दीवाने हैं. एक फेमस जगह जो छह दशकों से ज्यादा टाइम से इस टेस्टी डिश को सर्व कर रहा है, वो है पहाड़गंज में राधे श्याम सुभाष कुमार छोले भटूरे. हाल ही में एक फूड व्लॉगर द्वारा पोस्ट किया गया एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें 60 साल पुराने प्रतिष्ठान में इस स्वादिष्ट छोले-भटूरे को बनाने की तैयारी चल रही है. यह दुकान, जो अपने छोले भटूरे के लिए फेमस है, इस वीडियो में दिखाया गया है कि वो क्या चीज है जो इसे खास बनाती है. वहीं इसकी कीमत की बात करें तो छोले भटूरे की एक प्लेट की कीमत सिर्फ 90 रुपये है - जो सुबह से रात तक मिलता है.
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वीडियो की शुरुआत उबले हुए चने से भरे एक बड़े बर्तन को दिखाने से होती है. एक शख्स कंटेनर के किनारे को पकड़ता है और एक्सट्रा पानी को सावधानी से छानता है, और इसे एक अलग कंटेनर में डालता है. एक बार जब पानी निकल जाता है, तो छोले को मसालों के साथ मैरीनेट किया जाता है और तेल में तला जाता है, जिससे वो एकदम सही छोले में बदल जाते हैं.
किचन के दूसरे हिस्से में एक शख्स एक बड़े कंटेनर में आटा मिलाते हुए नजर आ रहा है. आटा इतना ज्यादा है कि जब वो इसे अपने नंगे हाथों से गूंधता है तो यह उसकी कोहनियों तक भर जाता है. फिर आटे को छोटी-छोटी गेंदों में बांट दिया जाता है और ट्रे पर तरीके से रख दिया जाता है. अगले स्टेप में इन आटे की लोइयों को बेलकर पूरी तरह से डीप फ्राई किया जाता है, जिससे मुलायम, तकिये जैसे भटूरे बनते हैं जो बाहर से सुनहरे भूरे रंग के और अंदर से फूले हुए होते हैं.
आखिर में, छोले-भटूरे को अचार के साथ परोसा जाता है. वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "दिल्ली के सबसे मशहूर छोले भटूरे."
यहां देखें वायरल वीडियो:
हालाँकि, इंटरनेट ने पर्दे के पीछे के वीडियो की आलोचना की है, खासतौर से वहां की साफ-सफाई को लेकर लोगों ने शिकायत की है.
एक यूजर ने कमेंट किया, "आधे से ज्यादा स्वाद हाथ और पैर का है."
“क्या टब पर पैर रखना ज़रूरी था?” दूसरे ने पूछा.
किसी ने लिखा, "खाना है या जहर."
एक कमेंट में लिखा गया, "भारत में स्वच्छता अपराध है."
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)