Navratri 2nd Day: नवरात्रि के दूसरे माता के ब्रह्मचारिणी स्वरूप को पूजा जाता है. माता का ये स्वरूप ज्ञान, बुद्धि और विवेक का बल देने वाला माना जाता है. ये भी मान्यता है कि जो लोग अपनी स्किल्स यानी कौशल को बढ़ाने चाहते हैं, उन्हें माता के इस स्वरूप को जरूर पूजना चाहिए. क्योंकि, मां ब्रह्मचारिणी के पूजन से कौशल में निखार आता है साथ ही दिमाग को शांति भी मिलती है. आपको बताते हैं क्या है माता ब्रह्मचारिणी को पूजने की विधि और उन्हें प्रसाद में क्या अर्पित कर सकते हैं.
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि
मां के नाम से ही उनके स्वरूप का अर्थ समझा जा सकता है. जो तपस्या का आचरण करती हैं वो होती हैं मां ब्रह्मचारिणी. जिनके पूजन के लिए सभी नियम समान हैं. सुबह उठ कर स्नानादि से निवृत्त होकर साफ जगह पर चौकी रख कर माता का पूजन करें. उन्हें फूल, अक्षत, चंदन, फल, रोली, लौंग, पान और सुपारी भी अर्पित करने की मान्यता है. प्रसाद में उन्हें शक्कर से बनी वस्तु चढ़ाई जाती है. आपके पास कुछ बनाने का समय न हो तो आप नारियल मिश्री का भोग लगा सकते हैं. अगर चाहें तो शक्कर से बनने वाली कोई भी वस्तु भोग में चढ़ा सकते हैं. जैसे बर्फी.
बर्फी बनाने की सामग्री
- ताजा मावा करीब आधा किलो
- 60 ग्राम के करीब घी
- आधा किलो शक्कर का पाउडर
- इलायची पाउडर
- बर्फी बनाने की विधि
- सबसे पहले आपको चाहिए मावा. अगर आप बाजार से नहीं खरीदना चाहते तो दूध को ओट कर घर में ही मावा तैयार कर सकते हैं.
- मावा बनकर तैयार हो जाए तो एक पैन में घी गर्म करें और मावा डाल दें.
- इस मावे को बहुत मद्दी आंच पर तब तक भूने जब तक ये सुनहरा या हल्का भूरा न दिखने लगे.
- मावा भूनने के बाद उसमें इलायची कूट कर डालें और ठंडा होने के लिए रख दें.
- जब मावा ठंडा हो जाए तब इसमें शक्कर का पाउडर अच्छे से मिक्स करें.
- अब एक ट्रे को ग्रीस कर लें और मिक्सचर को फैला दें. आधे घंटे बाद इसे बर्फी के आकार में काटकर माता को प्रसाद चढ़ाएं.