हाल के दिनों में कई मौकों पर रेलवे का खाना जांच के दायरे में आया है. कई लोगों ने भारतीय ट्रेनों में परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी को लेकर शिकायत की है. कभी-कभी ट्रेन के खाने की शिकायतों के बाद सोशल मीडिया काफी नाराजगी होती है. हाल ही में एक ट्विटर उपयोगकर्ता हिमांशु मुखर्जी (@Railfann9971) ने नई वंदे भारत ट्रेन में परोसे जाने वाले खाने के बारे में अपने विचार और अनुभव शेयर किया. उन्होंने शिकायत की कि खाना लो क्वालिटी का था और थोड़ा बासी भी लग रहा था. उन्होंने जो पोस्ट शेयर की उसरपर एक नजर डालें:
अपने ट्वीट में कई रेलवे अकाउंट को टैग करते हुए यूजर ने वंदे भारत पर अपने अलग-अलग अनुभवों की दो तस्वीरें शेयर कीं. पहली तस्वीर मडगांव से मुंबई तक ट्रेन संख्या 22230 के उद्घाटन के समय की थी. दूसरी तस्वीर उसी ट्रेन में उनकी हालिया यात्रा की थी. ट्वीट में लिखा है, "आपके संदर्भ के लिए ट्वीट में कुछ तस्वीरें शेयर कर रहा हूं. 1. आहूजा कैटरर्स का स्वादिष्ट भोजन आपको 22230 वंदे भारत के उद्घाटन रन पर मुफ्त में परोसा जाएगा, 2. दयनीय और बासी भोजन परोसा जाएगा."
मुखर्जी ने आगे कहा कि वह उसी ट्रेन से हर बार आते जाते हैं. इसलिए यह बता सकते हैं कि खाने की क्वालिटी लो हो गई थी. "दयनीय इसके लिए एकमात्र शब्द है. स्टोन-कठोर पनीर, ठंडा भोजन और बासी नमकीन दाल, इन सभी के लिए यात्रियों को 250 रुपये की भारी कीमत चुकानी पड़ी. मैं एक दैनिक वंदे भारत यात्री रहा हूं, इसलिए बता सकता हूं," उन्होंने अगले ट्वीट में एड किया.
पोस्ट को 139 हजार से अधिक बार देखा गया और सैकड़ों कमेंट्स और लाइक मिले. कई लोगों ने बताया कि पूरे देश में रेलवे के खाने की यही हालत है. एक यूजर ने कहा, "इसलिए मैं रेलवे का खाना नहीं खाता." दूसरे ने सहमति जताते हुए कहा, "आईआरसीटीसी कैटरिंग का असली चेहरा. किराया देने वाले यात्रियों को बेस्वाद खाना मिलता है." एक यूजर ने कहा, "रेलवे ने पाक कला जगत को एक नया आइटम दिया है - पनीर वॉटर मसाला."
क्या आपका भी रेलवे के खाने के साथ ऐसा ही अनुभव रहा है? अपना अनुभव हमें कमेंट में बताएं.