Janmashtami 56 Bhog: जन्माष्टमी पर कान्हा के लिए नहीं बना पा रहे 56 भोग, इन 6 चीजें अपने भोग में कर लें शामिल

Janmashtami 2025: कान्हा खाने के शौकीन थे ये बात सब जानते हैं. इसलिए कान्हा को 56 भोग लगाए जाते हैं. लेकिन अगर आप कान्हा के लिए 56 भोग नहीं बना पा रहे हैं तो आप उनके लिए प्रसाद में इन 6 चीजों को बनाकर उनको खुश कर सकते हैं.

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Janmashtami 56 Bhog: कान्हा को लगाएं ये भोग मिलेगा 56 भोगों जितना फल.

Janmashtami 2025: 16 अगस्त 2025 को देश भर में कान्हा का जन्मोत्सव यानि की जन्माष्टमी मनाया जा रहा है. इन दिनों घरों से लेकर मंदिरों तक में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है. हर कोई अपने प्रिय कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारियों में जुटा रहता है. वहीं घर के किचन से भी अलग-अलग तरह के व्यंजनों की सुगंध आती रहती है. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे कान्हा खाने के भी बहुत शौकीन थे. उनको 56 भोग लगाने की भी परंपरा है. मंदिरों में हमेशा उनके लिए 56 भोग तैयार किए जाते हैं. लेकिन हर कोई 56 भोग तैयार नहीं कर सकता है. अगर आप भी कान्हा को खुश करना चाहते हैं लेकिन 56 भोग नहीं बना पा रहे हैं तो हम बताएंगे कान्हा को भोग लगाने के लिए ऐसे व्यंजन जो कान्हा को खुश करेगा और आपकी पूजा को भी सम्पन्न करेगा. 

जन्माष्टमी कान्हा भोग ( JanmashtamI Kanha Bhog)

अगर आप घर पर 56 भोग तैयार नहीं कर पा रहे हैं तो आप उन्हें  माखन-मिश्री, मेवा, धनिया पंजीरी, पंचामृत, शहद और खीरा का भोग लगा सकते हैं. 

माखन-मिश्री 

कान्हा को माखन चोर कहा जाता है. ऐसे में आप उनको गाय के दूध से बने माखन और मिश्री का भोग लगा सकते हैं. 

मेवा

कान्हा को आप अलग-अलग मेवों से तैयार पाग का भोग भी लगा सकते हैं. इसके लिए काजू, बादाम, गरी, खरबूजे के बीज, किशमिश, मखाना और छुआरा को हल्का सा रोस्ट कर लें और फिर चाशनी बनाकर सभी ड्राई फ्रूटस को इसमें मिलाकर रख दें और छोटे-छोटे पीस में तोड़ लें. ये मेवा पाग भी कान्हा को बेहद पसंद है. 

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धनिया पंजीरी

कान्हा को धनिया पंजीरी लगाने का भी रिवाज है. धनिया पंजीरी बनाने के लिए सामग्री

  • 1 कप धनिया के बीज
  • 1 कप गेहूं का आटा
  • 1/2 कप घी
  • 1 कप चीनी
  • 1/2 कप मावा या खोया
  • 1/4 चम्मच इलायची पाउडर
  • 1/4 चम्मच केसर के धागे (ऑप्शनल)

विधि:

1. एक पैन में घी गरम करें और धनिया के बीजों को मध्यम आंच पर भूनें जब तक वे सुगंधित न हो जाएं और हल्के भूरे रंग के न हो जाएं. एक बड़े पैन में गेहूं का आटा और घी मिलाएं और मध्यम आंच पर भूनें जब तक आटे से सोंधी महक ना आने लगे और उसका रंग हल्का भूरा ना हो जाए. आटे के ठंडा होने पर उसमें चीनी और मावा मिलाएं. भुने हुए धनिया के बीजों को दरदरा पीस लें और आटे में अच्छी तरह मिलाएं. इसके बाद इसमें इलायची पाउडर डालकर मिक्स कर दें. आपकी पंजीरी बनकर तैयार है.

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पंचामृत

कान्हा को पंचामृत का भोग भी लगा सकते हैं. 

सामग्री

  • 1 कप दही (जमे हुए दूध)
  • 1/2 कप शहद
  • 1/2 कप घी
  • 1/2 कप दूध
  • 1/4 कप बूरा या शक्कर
  • पंच मेवे ( मखाना, किशमिश, चिरौंजी, गरी, मखाना)
  • तुलसी की पत्ती.

विधि:

एक बड़े बाउल में दही को अच्छी तरह फेंट लें. अब दही में शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाएं. इसके बाद इसमें घी और सभी मेवे डालकर अच्छे से मिलाएं और आखिर में चीनी डालकर मिक्स कर लें. अब तुलसी की पत्तियों को हाथों से क्रश कर ले पंचामृत में डाल दें. आपका पंचामृत बनकर तैयार है.

इसके साथ ही आप कान्हा को शहद और खीरा का भोग भी लगा सकते हैं. घरों में कान्हा का जन्म खीरे से भी कराया जाता है. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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