कृष्ण जन्माष्टमी पर कान्हा को भोग लगाते समय न करें ये गलती, नहीं तो लड्डू गोपाल हो जाएंगे रुष्ट

Krishna Janmashtami Bhog: कृष्ण जन्माष्टमी एक ऐसा पर्व है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण को अपनी भक्ति और श्रद्धा से प्रसन्न करना हमारा मुख्य उद्देश्य होता है. भोग अर्पित करते समय कुछ गलतियों से बचकर हम भगवान को सही तरीके से प्रसन्न कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

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Krishna Janmashtami 2024: कृष्ण जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भक्तजन उपवास रखते हैं, पूजा करते हैं और रात को 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्म के समय विशेष भोग अर्पित करते हैं, लेकिन भोग तैयार करते समय कई ऐसी गलतियां होती हैं जिनसे बचना जरूरी है ताकि भगवान श्रीकृष्ण (Shree Krishna) को समर्पित भोग शुद्ध और सही तरीके से अर्पित हो सके. आइए जानते हैं वे कौन सी गलतियां हैं जिन्हें आपको इस पावन अवसर पर करने से बचना चाहिए.

कान्हा को भोज लगाने के दौरान न करें ये गलती | Do Not Make This Mistake While offering Food to Kanha

1. भोग में लहसुन और प्याज का उपयोग

कृष्ण जन्माष्टमी के भोग में लहसुन और प्याज का उपयोग बिल्कुल न करें. ये तामसिक माने जाते हैं और धार्मिक अनुष्ठानों में इनका प्रयोग वर्जित है. इसके स्थान पर शुद्ध और सात्विक सामग्रियों का ही उपयोग करें.

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2. भोग को स्वाद चखना

भोग तैयार करते समय इसे चखना सबसे बड़ी गलती मानी जाती है. भोग भगवान के लिए होता है और इसे भगवान को अर्पित करने से पहले इसका स्वाद चखना उचित नहीं है. इसलिए भोग को बिना चखे ही तैयार करें और फिर भगवान को अर्पित करें.

3. भोग के लिए बासी या अशुद्ध सामग्री का उपयोग

कृष्ण जन्माष्टमी के भोग के लिए हमेशा ताजे और शुद्ध सामग्रियों का ही उपयोग करें. बासी या अशुद्ध सामग्री से बने भोग को भगवान के लिए अर्पित करना अनुचित माना जाता है. यह भोग की शुद्धता को प्रभावित कर सकता है, जो कि इस पर्व की पवित्रता के विपरीत है.

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4. भोग को गलत तरीके से अर्पित करना

भोग अर्पित करने का एक सही तरीका होता है. इसे हमेशा भगवान के चरणों में ध्यानपूर्वक और भक्तिभाव से रखें. भोग को अर्पित करने से पहले भगवान का ध्यान करना और मंत्रों का उच्चारण करना भी जरूरी है. इसके बिना भोग अर्पित करना अधूरा माना जाता है.

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5. अनुचित समय पर भोग अर्पित करना नहीं है ठीक

कृष्ण जन्माष्टमी पर भोग अर्पित करने का सबसे शुभ समय भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय होता है, लेकिन अगर आप इस समय के अलावा अन्य समय पर भोग अर्पित कर रहे हैं, तो यह ध्यान रखें कि वह समय शुभ हो. भोग अर्पित करने का समय और विधि का सही पालन करें.

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6. भोग बनाने के दौरान अशुद्धता का रखें ध्यान

भोग बनाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. अगर आप किसी भी प्रकार की अशुद्धता जैसे बिना स्नान किए भोग बनाते हैं, तो यह भगवान को अर्पित करने योग्य नहीं माना जाता है. इसलिए, भोग बनाते समय पूरी पवित्रता और शुद्धता का पालन करें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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