Papad Sanskrit Name: होली का त्योहार जिसमें गुझिया और कई तरह के पकवानों के साथ पापड़ भी जरूर होता है. पापड़ एक ऐसी चीज है जिसे आप कैसे भी खा सकते हैं. खाने के साथ खाना हो या फिर चाय के साथ कुछ स्नैक्स खाने का मन हो पापड़ हर किसी के साथ बिल्कुल परफेक्ट जाता है. भारतीय खाने की थाली में भी ये शामिल होता है. इसी के साथ होली के मौके पर घरों में अलग-अलग तरह के पापड़ तैयार किए जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये पापड़ जिसे आप इसे मजे से खाते हैं इसको संस्कृत में क्या कहते हैं?
पापड़ को संस्कृत में क्या कहते हैं?
अमूमन लोगों को इस सवाल का जवाब नहीं पता होता है. ये सवाल सोशल मीडिया में भी पहेली की तरह पूछा जा रहा है. अगर आपको भी इसका नाम संस्कृत में नही पता है तो हम आपको बता दें कि पापड़ को संस्कृत में पर्पटिका कहा जाता है.
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धूप नहीं तो कैसे बनाएं पापड़
पापड़ का नाम संस्कृत में जानने से पहले आपको बता दें कि आपने कभी सोचा है कि पापड़ किस-किस चीज से बनाए जाते हैं. आज तक आपने आलू, साबूदाना, चावल, रवे के पापड़ खाए होंगे. पापड़ बनाना कोई आसान काम नही है. इसको बनाने के लिए समय चाहिए होता है. क्योंकि इसकी तैयारी करने के बाद इसको बनाने के बाद इसे धूप में सुखाना होता है. इसके साथ ही इसको सही तरीके से सुखाने में 2-3 दिनों का समय भी लगता है तभी ये अच्छी तरह से सूख कर तैयार हो पाते हैं. अगर आपने इनको सही तरीके से नहीं सुखाया तो ये बरसात के मौसम में खराब भी हो सकते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर आपके पास पापड़ को धूप में सुखाने का समय नही है तो आज हम आपको एक ऐसे पापड़ की रेसिपी बताएंगे जिन्हें आप बिना धूप में सुखाए बना सकते हैं. बिना धूप में सुखाए पापड़ बनाने की रेसिपी जानने के लिए यहां क्लिक करें.
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