दिवाली या दीपावली नजदीक है और त्योहारों का उत्साह अपने चरम पर है. इस साल दिवाली मनाने का उत्साह काफी ज्यादा है, खासकर महामारी के दो लंबे सालों के बाद. नवरात्रि में नौ दिनों के उपवास के बाद दशहरा मनाया, और दिवाली का त्योहार देश में सबसे उत्सुकता के साथ मनाया जाता है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, दिवाली उस दिन का प्रतीक है जब भगवान राम 14 साल के वनवास और राक्षस राजा रावण का वध करने के बाद अयोध्या लौटे थे. इस त्योहार पर, दीपक जलाने और बुराई पर अच्छाई की जीत और भगवान राम की उनके राज्य और सिंहासन पर वापसी का जश्न के रूप में मनाया जाता है.
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इस साल दिवाली 24 अक्टूबर 2022 (सोमवार) को मनाई जाएगी. इस बीच, धनतेरस 22 अक्टूबर (शनिवार) और गोवर्धन पूजा और भाई दूज 26 अक्टूबर बुधवार पड़ेगा.
दिवाली 2022 का समय : शहर के हिसाब से पूजा मुहूर्त
दिवाली को कई जगहों पर लक्ष्मी पूजा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन धन की देवी की पूजा करने की प्रथा है, और यहां प्रार्थना के लिए शुभ मुहूर्त है.
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त. 06:53 अपराह्न से 08:16 अपराह्न (नई दिल्ली भारत में)
अवधि 01 घंटा 23 मिनट
प्रदोष काल 05:43 अपराह्न से 08:16 अपराह्न
वृषभ काल. 06:53 अपराह्न से 08:48 अपराह्न
अमावस्या तिथि शुरू 24 अक्टूबर 2022 को शाम 05:27 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त 04:18 अपराह्न 25 अक्टूबर 2022
अन्य शहरों में लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
07:23 अपराह्न से 08:35 अपराह्न- पुणे
06:53 अपराह्न से 08:16 अपराह्न- नई दिल्ली
07:06 अपराह्न से 08:13 अपराह्न - चेन्नई
07: 02 अपराह्न से 0823 अपराह्न- जयपुर
07:06 अपराह्न से 08:17 अपराह्न - हैदराबाद
06: 54 अपराह्न से 08:17 अपराह्न - गुड़गांव
06:51 अपराह्न से 08:16 अपराह्न - चंडीगढ़
06:19 अपराह्न से 07:35 अपराह्न- कोलकाता
07:26 अपराह्न से 08:39 अपराह्न- मुंबई
07:16 अपराह्न से 08:23 अपराह्न- बेंगलुरू
07:21 अपराह्न से 08: 38 अपराह्न- अहमदाबाद
06:52 अपराह्न से 08:15 अपराह्न- नोएडा
(स्रोत: Drikpanchang.com)
दिवाली 2022 महत्व दिवाली क्यों मनाई जाती है और इसे कैसे मनाया जाता है
दिवाली हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महीने में आती है. जैसा कि पहले ही उल्लेख किया गया है, यह वह दिन था जब भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ चौदह साल के लंबे वनवास और राक्षस राजा रावण का वध करने के बाद अयोध्या लौटे थे. अयोध्या के निवासियों ने उनकी वापसी का जश्न दीप जलाकर और अपने घरों को सजाकर मनाया, जैसा कि आज तक प्रथागत है. इस प्रकार, दिवाली अंधेरे पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाई जती है.
दिवाली के दिन, लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और उन्हें रोशनी, दीयों, तोरण, रंगोली और फूलों से सजाते हैं. दिवाली पूजा के लिए नए कपड़े और गहने पहनने की भी परंपरा है. इस दिन परिवार के साथ गणेश और लक्ष्मी पूजा की जाती है. बंगाल में दिवाली को काली पूजा के रूप में भी मनाया जाता है. दिवाली पर रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने और उपहारों, मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स का आदान-प्रदान भी किया जाता है.
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किसी भी अन्य त्योहार की तरह, दिवाली समारोह में भोजन भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जैसा कि उल्लेख किया गया है, ड्राई फ्रूट्स और मिठाई पूजा प्रसाद का एक प्रमुख हिस्सा हैं. दिवाली के दिन परंपरागत रूप से खाए जाने वाले कई फूड आइटम हैं.
यहां दिवाली 2022 पर बनाएं ये पांच चीजेंः
1. काजू बर्फी
काजू बर्फी या काजू कतली के बिना दिवाली का उत्सव कभी पूरा नहीं होता. एक अनोखे एक्सपीरियंस के लिए आप इस स्वादिष्ट मिठाई को घर पर भी बना सकते हैं.
2. आलू की सब्जी के साथ बेड़मी पूरी
पूरी और आलू दिवाली की दावत का एक पारंपरिक हिस्सा हैं. इसके साथ एक गिलास ठंडी लस्सी या ठंडाई जोड़े और मजेदार फीस्ट तैयार करें!
3 केसर पिस्ता फिरनी
दिवाली के यादगार डिनर के लिए, इस मलाईदार और स्वादिष्ट केसर पिस्ता फिरनी को आजमाएं. हमारा विश्वास करे हर बाइट आपको सीधे स्वर्ग ले जाएगी.
4. दही भल्ला
यह ज्यादातर लोगों की एक फेवरेट डिश है, दही भल्ला एक ऐसा चाट व्यंजन है जो कभी भी आउट ऑफ स्टाइल नहीं होता है. आप इसे हमारी आसानी से बनने वाली सदाबहार रेसिपी के साथ घर पर बना सकते हैं।
5. नारियल के लड्डू
मोतीचूर और बेसन के लड्डू भी आम हैं, तो क्यों न इस दिवाली अपने एक्सपीरियंस को बढ़ाएं और ट्राई करें. अपने और अपने परिवार के लिए नारियल के लड्डू बनाएं!
सभी को दीपावली 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं!