Devshayani Ekadashi 2025 Date: हिंदू धर्म में एकादशी (Ekadashi July) का खास महत्व है. आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी की तिथि और भी ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है. देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) से भगवान विष्णु (Lord Vishnu) चार माह की चिर निद्रा में लीन हो जाते हैं. इसलिए इस अवधि में शुभ काम जैसे विवाह आदि नहीं होते हैं. वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इसका पारण अगले दिन यानि 7 जुलाई को किया जाएगा. तो चलिए जानते हैं कैसे करें इस दिन पूजा और क्या लगाएं श्री हरि को भोग.
देवशयनी एकादशी प्रसाद रेसिपी- (Devshayani Ekadashi Bhog Recipe)
भगवान विष्णु को पीला रंग प्रिय है इसलिए उन्हें पीले रंग के फल और भोग अर्पित किए जाते हैं. आप भोग में भगवान विष्णु पेड़े चढ़ा सकते हैं. पेड़ा बनाने के लिए दूध या खोया की आवश्यकता होती है. दूध को उबालते हुए लगातार चलाते रहे, जब तक यह गाड़ा न हो जाए. इससे आपको खोया मिल जाएगा. फिर इसमें चीनी डालकर अच्छे से चलाएं. लगातार चलाते रहें वरना पैन में चीनी लग जाएगी. इसके बाद इसमें इलायची पाउडर डालकर ठंडा होने के लिए रख दें. जब मिक्सचर ठंडा हो जाए, तो इसमें चीनी डालकर मिलाएं. अच्छी तरह मिला लेने के बाद इसे अपनी पसंद का शेप दें और भगवान को भोग में चढ़ाएं.
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देवशयनी एकादशी पूजा विधि- (Devshayani Ekadashi Puja Vidhi)
देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi July 2025) के दिन प्रातः स्नान आदि से निवृत्त हो कर भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए. इसके बाद पीले रंग का आसन बिछाकर उस पर विष्णु जी की प्रतिमा स्थापित करें. भगवान विष्णु को धूप, दीप, अछत, पीले फूल चढ़ा कर षोढशोपचार पूजन करें. भगवान विष्णु को पीले रंग का प्रसाद चढ़ाएं. धार्मिक मान्यताओं में देवशयनी एकादशी व्रत सबसे श्रेष्ठ एकादशी मानी जाती है. माना जाता है कि इस दिन विधि-विधान से व्रत और पूजा करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश हो जाता है.
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